बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह 7:00 बजे बच्चे आंगनबाड़ी गए हुए थे। कार्यकर्ता के द्वारा 9:00 बजे छुट्टी दिए जाने के बाद यह बच्चे अपने घर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान 8 से 10 बच्चों ने रतनजोत के पेड़ से बीज तोड़कर खा लिए और घर पहुंचने के बाद उल्टी करने लगे। लगातार बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी।
बच्चों की बिगड़ती तबियत को देख परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना कार्यकर्ता को दी। आनन-फानन में बच्चों को जिला अस्पताल लाया गया। फिलहाल सभी बच्चे का उपचार जारी है। बता दें कि अब बच्चे खतरे से बाहर हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुखयारीन पोयम ने बताया कि, आज आंगनबाड़ी में यूनिसेफ का एक कार्यक्रम आयोजित होना था इसलिए बच्चों को निधार्रित समय से पहले छुट्टी दे दी गई। वही सुपरवाइजर ऋतु देवांगन ने बताया कि, बच्चे जब हॉस्पिटल आ गए तब कार्यकर्ता ने सूचना दी उन्होंने बताया कि साहिका बच्चों को घर तक छोड़ने गई थी या नहीं यह उन्हें जानकारी नहीं है लेकिन फिलहाल 7 बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है।