संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि, जब सरकार बनने के बाद वादा पूरा ही नहीं करना था तो अपने घोषणापत्र में हमारी मांगों को क्यो रखा। जो गलती पूर्वर्ती रमन सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान किया था अब वही गलती भूपेश सरकार भी हम संविदा कर्मचारियों(Contract workers) की अनदेखी कर कर रही है। यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो जो फैसला जनता ने रमन सरकार को सुनाया, ठीक वही फैसला अब भूपेश सरकार भी सुनने को तैयार रहे।
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संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारी मांग नियमितीकरण(Contract workers) की है, जो आज से नहीं वर्षों से है। हमारी मांगों पर किसी भी सरकार ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया। केवल आश्वासन के भरोसे हम चल रहे हैं, लेकिन अब हमारी यह निश्चित कालीन प्रदर्शन यदि अनिश्चितकालीन में बदल गई तो सरकार बदलनी तय हो जाएगी।