उन्होंने दोहराया कि असम के संदर्भ में लागू एनआरसी को बंगाल में लागू करने का कोई औचित्य नहीं है। ममता ने भाजपा नेताओं पर एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक के नाम पर लोगों को भ्रमित तथा आतंकित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि तृणणूल कांग्रेस सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। सिलीगुड़ी के मल्लागुड़ी में आयोजित विजया सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में कोई विभाजन नहीं होगा। एनआरसी की बात पर आतंकित नहीं बल्कि निश्चिंत रहने की जरूरत है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि वोट डालने का अधिकार मिलना ही नागरिकता का प्रकृत प्रमाण है। ममता ने लोगों को इस बात से आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनके पहरेदार के रूप में है। सभी को राज्य में रहने का पूरा हक है। बंगाल छोड़ कर किसी को जाने की नौबत नहीं आने देंगे। बंगाल हमेशा से शांति के प्रति आस्थावान है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री 4 दिवसीय उत्तर बंगाल यात्रा के प्रथम दिन दार्जिलिंग जिला पुलिस की ओर से कमिश्नरेट मैदान में आयोजित विजया सम्मेलन को सम्बोधित की। मंगलवार को सिलीगुड़ी स्थित उत्तरकन्या में दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरदुआर जिले की प्रशासनिक समीक्षा बैठक करेंगी।