कोलकाता

जूट सेक्टर को मिलेगी नई दिशा: केंद्रीय मंत्री गिरिराज

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जूट बायोमास से बायो इथेनॉल, मेन वॉलेट और घर के डेकोरेशन उत्पादों का विकास जूट सेक्टर से जुड़े स्टेकहोल्डर्स की किस्मत बदल देगी और इस सेक्टर को नई दिशा मिलेगी। मंत्री ने कहा कि महानगर के इजीरा रिसर्च केंद्र में जूट इंडस्ट्री और रिसर्च वैज्ञानिकों के साथ जूट के भविष्य पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। जूट बायो-एथेनॉल, बायो-सीएनजी और कॉटन-जूट से बने मेन वियर जैसे नए इनोवेशन न केवल सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देंगे, बल्कि जूट किसानों की आय बढ़ाने और इंडस्ट्री के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे

कोलकाताNov 23, 2024 / 06:13 pm

Rabindra Rai

जूट सेक्टर को मिलेगी नई दिशा: केंद्रीय मंत्री गिरिराज

जूट बायोमास से बायो इथेनॉल, मेन वॉलेट और डेकोरेशन उत्पादों का विकास बदल देगी किस्मत

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जूट बायोमास से बायो इथेनॉल, मेन वॉलेट और घर के डेकोरेशन उत्पादों का विकास जूट सेक्टर से जुड़े स्टेकहोल्डर्स की किस्मत बदल देगी और इस सेक्टर को नई दिशा मिलेगी। मंत्री ने कहा कि महानगर के इजीरा रिसर्च केंद्र में जूट इंडस्ट्री और रिसर्च वैज्ञानिकों के साथ जूट के भविष्य पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। जूट बायो-एथेनॉल, बायो-सीएनजी और कॉटन-जूट से बने मेन वियर जैसे नए इनोवेशन न केवल सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देंगे, बल्कि जूट किसानों की आय बढ़ाने और इंडस्ट्री के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। मंत्री ने कहा कि जूट रिसर्च संस्थानों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों से कई मसलों पर चर्चा की, जहां जूट में इनोवेशन से डाइवर्सिफाइड प्रोडक्ट्स और मैन वियर उत्पादों पर ध्यान केंद्रित किया गया। गिरिराज सिंह ने कहा कि सरकार जूट क्षेत्र को पुनर्जीवित करेगी, जिसके लिए 12,000 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं।

पुराने बकाया के मुद्दे पर गौर करने को कहा

महानगर में हुई बैठक में जूट बेलस एसोसिएशन (जेबीए) के पदाधिकारियों ने कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह के समक्ष अपनी कई मांगें रखी। जेबीए ने मंत्री से अनुरोध किया कि वे कच्चे जूट आपूर्तिकर्ताओं के पुराने बकाया के मुद्दे पर गौर करें। जेबीए ने मंत्री से यह भी अनुरोध किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि जूट मिलों को सरकार से बकाया दर अंतर की राशि मिलने के बाद ये सभी लंबित बकाया चुका दिए जाएं। इसे वास्तविक मुद्दा मानते हुए मंत्री ने जूट आयुक्त और आईजेएमए से इस पर गौर करने और आवश्यक कार्रवाई करने को कहा।

परिधान निर्यात को बढ़ावा मिलने की उम्मीद

जूट प्रोडक्ट्स डेवलपमेंट एंड एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जेपीडीईपीसी) और अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एईपीसी) ने हैंडीक्राफ्ट्स के निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के सहयोग से रोडशो का आयोजन किया। इसका उद्देश्य 14 से 17 फरवरी 2025 तक आयोजित होने वाले भारत टेक्स 2025 के दूसरे संस्करण के लिए जागरूकता पैदा करना है। इस रोडशो ने वस्त्र उद्योग के पेशेवरों, खरीदारों, और प्रदर्शकों के बीच संवाद का मंच प्रदान किया। इसमें भारत की नवीन और सतत वस्त्र समाधानों की झलक पेश की गई। वक्ताओं ने कहा कि यह आयोजन भारतीय वस्त्र और परिधान निर्यात को बढ़ावा देने, स्थिरता को प्रोत्साहित करने और क्षेत्र में नवाचार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत टेक्स 2025 नवाचार और सहयोग के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करेगा। भारत को वैश्विक वस्त्र महाशक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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