बेंगलुरू से घर लौट रहे पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिला निवासी पिता-पुत्र को तिनसुकिया एक्सप्रेस ट्रेन में मारपीटे जाने और बांध कर रखने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। सबसे शर्मनाक बात यह है कि तीन दिनों तक लागतार चलती ट्रेन में दोनों के साथ अत्याचार होते रहा और रेल पुलिस को अथवा टीटी किसी की ओर से उन्हें मदद नहीं मिली। अतत: चोरी-छुपे उन्हें अपने एक परिचित को फोन पर घटना की जानकारी देनी पड़ी। उसने मालदह रेल पुलिस को सूचित किया। जब ट्रेन मालदह स्टेशन पहुंची तब रेल पुलिस ने पिता-पुत्र को उद्धार किया। आरोपी तीन युवकों को गिरफ्तार किया। तीनों असम के निवासी हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। पीडि़त पिता पुत्र के नाम नेपाल लोहार और जीवन लोहार है। वे तपन थाना क्षेत्र के मालाहार ग्राम निवासी हैं। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नेपाल लोहार की हालत गंभीर बनी हुई है। पिता पुत्र दोनों बेंगलुरू में श्रमिक का काम करते थे। परिवार के एक सदस्य की तबीयत खराब होने की खबर सुन दोनों घर लौट रहे थे।
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क्या है मामला पीडि़त पिता-पुत्र के कथनानुसार रविवार रात वे बेंगलुरू स्टेशन से तिनसुकिया एक्सप्रेस में चढ़ थे। दोनों साधारण डिब्बे में थे। डब्बे में बहुत अधिक भीड़ थी। जीवन उपर की सीट पर बैठा था। अचानक हाथ से मोबाइल फोन नीचे गिर गया। वह जब फोन उठाने के लिए नीचे उतारा तो पिता ने देखा मनी पर्स गायब है। फिर बेटे ने देखा उसका भी मनी पर्स गायब है। बाप-बेटे दोनों अपने पर्स खोजने लगे। इसको लेकर पास बैठे असम के युवकों के साथ उनका झगड़ा हो गया। असम के युवक पिता-पुत्र को चोर बता कर मारने-पीटने लगे और बांध दिए।
क्या है मामला पीडि़त पिता-पुत्र के कथनानुसार रविवार रात वे बेंगलुरू स्टेशन से तिनसुकिया एक्सप्रेस में चढ़ थे। दोनों साधारण डिब्बे में थे। डब्बे में बहुत अधिक भीड़ थी। जीवन उपर की सीट पर बैठा था। अचानक हाथ से मोबाइल फोन नीचे गिर गया। वह जब फोन उठाने के लिए नीचे उतारा तो पिता ने देखा मनी पर्स गायब है। फिर बेटे ने देखा उसका भी मनी पर्स गायब है। बाप-बेटे दोनों अपने पर्स खोजने लगे। इसको लेकर पास बैठे असम के युवकों के साथ उनका झगड़ा हो गया। असम के युवक पिता-पुत्र को चोर बता कर मारने-पीटने लगे और बांध दिए।
— रिहाई के लिए परिजनों से मांगे थे 80 हजार नेपाल से घटना की जानकारी मिलने के बाद उसके परिवार के सदस्यों ने आरोपी युवकों से फोन पर जब बातचीत की थी तो उन्होंने दोनों की रिहाई के लिए 80 हजार रुपए पहुंचाने को कहा था। साथ में धमकी दी थी कि अगर पैसे नहीं पहुंचाए गए तो वे दोनों को असम ले जाएंगे और जान से मार डालेंगे। सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने मारने-पीटने का आरोप स्वीकार कर लिया है। विस्तृत जांच जारी है।