एसपीयू के सभी घटक कॉलेजों को डिग्री दी गई। विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्रों में से टॉपर्स को 8 स्वर्ण पदक, 7 रजत पदक और 5 कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह की अध्यक्षता की। शिक्षा विभाग की सचिव सुमिता प्रधान और बीओएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सदस्य डॉ. विकास चड्ढा सम्मानित अतिथि थे। कुलपति प्रो. एच.एस.यादव, प्रतिकुलपति प्रो.जसवंत सोखी, कुलसचिव प्रो.रमेश कुमार रावत ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
दीक्षांत भाषण में राज्यपाल ने स्नातक छात्रों को उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया और उन्हें राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने नई शिक्षा नीति, एनईपी -2020 को लागू करने पर जोर दिया। उन्होंने राज्य और देश की युवा पीढ़ी में सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की पाठ्यचर्या और सह पाठयक्रम गतिविधियों से प्रेरित सकारात्मक बदलावों की सराहना की। उन्होंने छात्रों से भविष्य में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलती है। उन्होंने नई शिक्षा नीति, कौशल विकास आधारित शिक्षा और रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर जोर दिया।
जनशक्ति तैयार करने में एसपीयू का प्रदर्शन उत्कृष्टसिक्किम व्यावसायिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एच.एस. यादव ने सभी का स्वागत किया। कुलपति ने कहा कि नर्सिंग, फार्मेसी, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, फिजियोथेरेपी, कला और बुनियादी विज्ञान के क्षेत्र में जनशक्ति तैयार करने में एसपीयू का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है और हमारे छात्रों ने अपने कार्यस्थल में अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित की है। सिक्किम के विकास में एसपीयू की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। कुछ ने संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विकसित देश को चुना है। शिक्षक-छात्र अनुपात के आधार पर एसपीयू गंगटोक को पहला स्थान दिया गया।