भाजपा कार्यालय में दावेदार-नाराज नेताओं का लगा तांता
क्या टिकट का आधार पैसा C रहा है?
भागीरथ पीएम ने सांसदों को टिकट दिए हैं। वह झूठी बातें कही जा रही हैं। यह आरोप लगाने वाले क्या 2018 में पैसे देकर अपना टिकट लेकर आए थे, जो आज यह बोल रहे हैं। यह कांग्रेस कल्चर के लोग हैं जो उनकी भाषा बोलते हैं।
विकास हां टिकट लाने में धनबल का उपयोग हुआ। एक तरफयुवाओं ‘को प्रेरित करने की बात कही जा रही है दूसरी तरफऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया जो सांसद है और 75 साल आयु का है जो खुद भू मापिया है और अभी भी जमीनों से मोह खत्म नहीं हो रहा है।
टिकट वितरण के बाद नाराजगी बढ़ी है, क्या रणनीति रहेगी?
भागीरथ भारतीय जनता पार्टी पूरी एकजुट है। कोई नाराज नहीं है। यदि कोई थोड़ा बहुत नाराज है तो भी मना लिया जाएगा सब कुछ ठीक हो जाएगा।
विकास मुझे जनता जो आदेश देगी वह में करूंगा, पीछे नहीं हटूंगा 16 या 17 अक्टूबर को किशनगढ़ के परिवार के सदस्यों के साथ बैलूंगा। रूपरेखा तय करेंगे कि किस जीत के समीकरण के साथ आगे बढ़ा जाए।
जातिगत समीकरण को साधने के लिए कैसे काम करेंगे?
भागीरथ वोटों का किसी प्रकार से कोई धुवीकरण नहीं होगा। भाजपा के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि एकजुट है और पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।
विकास यह किशनगढ़ है अन्याय के खिलाफ हमेशा डटकर सामना किया है। इसके परिणाम भी सामने आए हैं। इसलिए हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी।
भाजपा को देख कांग्रेस बदल रही ‘रणनीति’, देखें वीडियो
पिछले चुनाव में क्या भाजपा एकजुट होकर लड़ी थी?
भागीरथ पिछले विधानसभा चुनाव में मैंने गांव, शहर व कस्बों में घूमकर काम किया। विकास चौधरी को जिताने के लिए मेहनत की। भाजपा की जीव के लिए लगातार काम करता आ रहा हूँ।
विकास जिसे टिकट दिया है क्या वह सर्वे में मजबूत था, क्या वह जमीनी स्तर पर मजबूत था जिन्होंने पिछली बार दगाबाजी की और प्रवेश कार्यालय में जाकर इस्तीफे दिए। उन्हें अब टिकट के रूप में तोहफे दिए जा रहे हैं।