एनचएच-8 पर बने ओवरब्रिज की ऊंचाई बढ़ाने के लिए मंगलवार से ट्रेफिक डायवर्ट करने का काम प्रारंभ हुआ। यह ट्रॉयल 25 मार्च तक चलेगी। इसके सफल होने पर इसे स्थाई किया जाएगा। इसके बाद ब्रिज को तोडऩे का कार्य प्रारंभ होगा।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFCC) के तहत दिल्ली से मुंबई के बीच मालगाडिय़ों के लिए अलग से रेलवे ट्रेक बिछाया गया है। डबल डेकर ट्रेनों की आवाजाही के लिए अजमेर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ओवर ब्रिज को ऊंचा किया जाना आवश्यक हो गया है।
जिला प्रशासन की अनुमति से कंपनी के इंजीनियरों ने मंगलवार से यातायात को डायवर्ट कर दिया। यातायात को डायवर्ट चिडिय़ा बावड़ी से ऊपर चढऩे वाले ब्रिज से किया गया है। इसके लिए रोड पर लोहे के बैरीकेट्स लगाए गए हैं । इसके अलावा जगह-जगह गति नियंत्रण और यातायात डायवर्ट की अनुमति के बैनर और संकेतक भी लगाए गए हैं । यह ट्रॉयल 25 मार्च तक जारी रहेगी। इसके सफल होने पर ही इसे स्थाई किया जाएगा । इसके बाद ब्रिज को तोडने आदि का काम शुरू किया जाएगा।
उक्त कार्य को पूरा होने में छह माह से अधिक का समय लगेगा। उल्लेखनीय है कि अजमेर जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्रिज की ऊंचाई 1.5 मीटर बढाई जाएगी। इससे डबल ट्रेकर आसानी से गुजर सकेगी।
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20 गार्ड तीन शिफ्ट में करेंगे कार्य
20 गार्ड तीन शिफ्ट में करेंगे कार्य
कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से यातायात को डायवर्ट करने के लिए 20 गार्ड तैनात किए गए हैं। यह तीन शिफ्ट में काम करेंगे। कंपनी की ओर इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उक्त रोड पर चौबीस घंटे में हजारों की संख्या में दोपहिया और चौपहिया वाहनों की अवाजाही होती है। कपनी की ओर से आवश्यकता होने पर गार्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी।