विरोध करने वालों में मंडल महामंत्री अमित यादव, राहुल मोरे, जिला कोषाध्यक्ष किसान मोर्चा डॉ. जितेंद्र गुर्जर, जिला मंत्री भाजयुमो जितेंद्र भाटे सहित मंडल उपाध्यक्ष, महामंत्री, युमो पदाधिकारी और गुड़ी मंडल अंतर्गत सभी बूथों के कार्यकर्ता शामिल है। हालांकि पार्टी ने इनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया। भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल ने बताया कि इतनी बड़ी विधानसभा में 6 अध्यक्षों को चुनने पर कार्यकर्ताओं में थोड़ी नाराजगी होती है। इस मामले में पार्टी के उच्च पदाधिकारियों से चर्चा की जाएगी। विधायक के साथ मंडल पदाधिकारियों, बूथ अध्यक्षों की बैठक लेकर सभी की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
खंडवा विधानसभा में मौजूद 5 मंडलों में से तीन कुशाभाउ ठाकरे, अमलपुरा और जावर मंडल में अध्यक्ष घोषित किए जा चुके है। जिसमें तीनों ही मंडल अध्यक्ष ओबीसी वर्ग है। अब बचे हुए दो मंडलों पं. दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी बाजपेयी मंडल में सामान्य वर्ग और महिला वर्ग के अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा तेज हो गई है। रायशुमारी में पं. दीनदयाल मंडल में तीन नाम सामने आए हैं, जिसमें विशाल तिवारी, प्रशांत मिश्रा और विशाल छाबड़ा के नाम शामिल है। विशाल तिवारी पूर्व विधायक समर्थक है। प्रशांत मिश्रा खंडवा विधायक समर्थक है। वहीं, अटल बिहारी बाजपेयी मंडल में स्नेहा पाराशर, सुधांशु जैन का नाम सामने आया है। यदि इन मंडलों के नाम 15 दिसंबर तक घोषित नहीं होते है तो जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद इन मंडलों के अध्यक्षों के लिए विचार किया जाएगा।