लागू होगा सिविल कोड़
सुब्रमण्यम स्वामी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा- हम यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने वाले हैं, क्योंकि ये संविधान में भी लिखा है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 बार पूछा है। मुझे लगता है कि जब मोदी का मन आएगा तो 5 मिनट में सिविल कोड लागू हो जाएगा। वहीं, तीन तलाक के मुद्दे पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- देश में न्यायपूर्ण तरीके से बदलाव के प्रयाल हो रहे हैं। अब ट्रिपल तलाक नहीं हाता है। पहले एक एसएमएस पर महिला सड़क पर आ जाती थी। अब बराबरी का दर्जा है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा- हम यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने वाले हैं, क्योंकि ये संविधान में भी लिखा है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 बार पूछा है। मुझे लगता है कि जब मोदी का मन आएगा तो 5 मिनट में सिविल कोड लागू हो जाएगा। वहीं, तीन तलाक के मुद्दे पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- देश में न्यायपूर्ण तरीके से बदलाव के प्रयाल हो रहे हैं। अब ट्रिपल तलाक नहीं हाता है। पहले एक एसएमएस पर महिला सड़क पर आ जाती थी। अब बराबरी का दर्जा है।
देश में भड़काने वाले बहुत लोग
सुब्रमण्यम स्वामी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कहा- हमारे देश में भड़काने वाले लोग बहुत हैं। जैसे सीएए पर खूब अफवाह फैलाई। जबकि हकीकत ये है कि 1947 में बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान बना फिर बांग्लादेश बना। तब कहा गया था कि जो यहां रहना चाहते हैं रह सकते हैं। बाद में जवाहर लाल नेहरू व लियाकत अली समझौता हुआ जिसमें अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा की बात कही, लेकिन 10 दिन बाद ही लियाकत अली को मार दिया गया। नतीजा ये हुआ कि 22 फीसदी हिन्दू अब डेढ़ फीसदी बचे हैं। प्रताड़ित होते हुए जो 1947 से यहां आ रहे हैं उन्हें पर्चा दिया गया लेकिन नागरिकता नहीं दी गई।
सुब्रमण्यम स्वामी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कहा- हमारे देश में भड़काने वाले लोग बहुत हैं। जैसे सीएए पर खूब अफवाह फैलाई। जबकि हकीकत ये है कि 1947 में बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान बना फिर बांग्लादेश बना। तब कहा गया था कि जो यहां रहना चाहते हैं रह सकते हैं। बाद में जवाहर लाल नेहरू व लियाकत अली समझौता हुआ जिसमें अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा की बात कही, लेकिन 10 दिन बाद ही लियाकत अली को मार दिया गया। नतीजा ये हुआ कि 22 फीसदी हिन्दू अब डेढ़ फीसदी बचे हैं। प्रताड़ित होते हुए जो 1947 से यहां आ रहे हैं उन्हें पर्चा दिया गया लेकिन नागरिकता नहीं दी गई।
हमने कहा- 31 दिसंबर 2014 के पहले जो यहां आए हैं और 5 साल यहां रहे हैं उनको नागरिकता दी जाएगी। रजिस्टर देखा जाए तो 25 हजार हिन्दू, 5 हजार सिख, 1 हजार क्रिश्चियन, 2 बुद्ध, 2 पारसी निकले इसमें कोई मुसलमान नहीं है। क्योंकि धार्मिक शोषण के कारण भागकर क्यों आएंगे। महात्मा गांधी ने कहा था कि नागरिकता देंगे। 2003 में मनमोहन सिंह जब विपक्ष में थे तो उनका टेप है। जिसमें उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म के आधार पर शोषित होकर आए हैं। उन्हें नागरिकता देनी चाहिए।