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9 लोगों की मौत
भीड़भाड़ वाले स्थान ओंकारेश्वर 18 मई से आज दिनांक तक 09 लोगों की मौत हो गई है। इन घटनाओं को लेकर मांधाता थाना प्रभारी निरीक्षक अनोख सिंह सिंदिया ने बताया कि 09 लोगों में चार भिक्षुक हैं। बस स्टैंड, घाट और धर्मशाला के पास इनके शव मिले हैं। वहीं दो ऐसे लोग हैं जो ओंकारेश्वर के ही हैं लेकिन परिवार के साथ नहीं रह रहे थे। ओंकारेश्वर में ही घूमते फिरते रहते थे। इसके अलावा शेष अन्य तीर्थयात्री हैं जिनकी मौत हुई है। सभी के शव को पीएम करवाया गया है। शार्ट पीएम रिपोर्ट में डिहाइड्रेशन होना, हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आई है। बिसरा जांच के लिए भेजा है।
परिक्रमा मार्ग पर सुस्ताने लिए बैठा तो फिर नहीं उठा
ग्राम केदवा निवासी 34 वर्षीय कमलेश पिता शंकरू 26 मई को घर से ससुराल जाने का कहकर निकला था। 27 मई को दोपहर करीब तीन बजे कमलेश का शव ओंकारेश्वर के संगम घाट पर मुक्तेश्वर मंदिर के पास परिक्रमा मार्ग पर मिला। बताया जाता है कि वह आराम करने के लिए एक जगह बैठा था, इसके बाद वह नहीं उठ पाया। उसकी मौत हो गई। इसी तरह से 50 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति का शव दांडी आश्रम के पास मिला हैं। लोग उसे औंधे मुंह लेटा हुआ देखकर उठाने लगे थे लेकिन वह नहीं उठा। उसकी मौत हो गई थी।खेड़ी घाट पर दामाद की मौत, सदमे में ससुर ने तोड़ा दम
मुक्ताईनगर निवासी 60 वर्षीय जगन्नाथ पिता जयराम मंगलवार को खेड़ी घाट नहाने आए थे। यहां सुबह करीब 09 बजे वे घाट पर नर्मदा नदी में नहाए। कुछ देर तक नहाने के बाद वे बाहर निकले। वे पास ही एक मकान पर पहुंचे। यहां पीने के लिए पानी मांगा, यहां एक ही घूंट पानी पिया था कि वहीं अचानक वहीं गिर पड़ा, मौके पर ही मौत हो गई। मोरटक्का चौकी प्रभारी शिवराम जाट ने बताया कि पानी पीने के दौरान मौत हो गई। परिवार के लोगों को उनके पास मिले मोबाइल से घटना की जानकारी दी गई। इस बीच उधर से ही फोन आया तो हमने घटना के बारे में बता दिया था। कुछ देर बाद पता चला की जगन्नाथ की मौत के सदमे में उनके 80 वर्षीय ससुर की भी मौत हो गई।