आखिरी वक्त तक नहीं छोड़ा मां का हाथ, मां के साथ ही विदा हुआ दस साल का मासूम बेटा इस साल गुरु पूर्णिमा दो दिवसीय होने से 23 और 24 जुलाई को मनाई जा रही है। दादाजी धाम में सूर्यास्त की आरती होने से मुख्य दिवस शुक्रवार को ही मनाया जाएगा। इस दिन नियमित सेवा के साथ रात 8 बजे बड़ी आरती की जाएगी। दिन दिवसीय उत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को यहां प्रतिबंध का असर कम ही देखने को मिला। हालांकि पूर्व से ही लोगों को पता होने के कारण कि धाम में प्रवेश प्रतिबंध है, जिसके चलते कम ही श्रद्धालु यहां पहुंचे। जो श्रद्धालु दर्शन के आए, उन्हें दो नंबर प्रवेश द्वार से मास्क, सेनेटाइजेशन के बाद दो-दो कर प्रवेश दिया गया। शाम को यहां भीड़ बढऩे लगी। जिसके कारण मंदिर ट्रस्ट को श्रद्धालुओं को बाहर ही रोकना पड़ा।
पहले दुल्हन के प्रेमी को गोली मारी, फिर दूल्हे ने लिए सात फेरे दादाजी धाम में प्रवेश को लेकर लगे प्रतिबंध के चलते गुरुवार को यहां पुलिस ने बेरिकेडिंग्स भी कराई है। दादाजी धाम जाने के लिए नए बस स्टैंड की ओर का मार्ग, भवानी माता मंदिर के रास्ते पर, 6 और 7 नंबर प्रवेश द्वार सहित अन्य स्थानों पर बेरिकेडिंग्स की गई है। साथ ही गणेश गोशाला चौराहा पर बेरिकेडिंग्स के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, दादाजी धाम के सामने भी पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। संभवत: शुक्रवार को मुख्य दिवस पर प्रशासन द्वारा धाम में प्रवेश को लेकर सख्ती की जा सकती है।