शहर में भी उत्तर भारतीय परिवारों में छठ पर्व की शुरुआत शुक्रवार से हुई। शहर में करीब 250 बिहारी परिवारों में महा छठ पर्व मनाया जाता है। महा पर्व छठ पूजन समिति अध्यक्ष एसजे श्रीवास्तव ने बताया कि चार दिवसीय पर्व के पहले दिन नहाय खाय के साथ शुरुआत होती है। पहले दिन महिलाएं घर की साफ-सफाई, प्रसाद बनाने के बर्तनों का शुद्धिकरण किया गया। साथ ही चावल, चने की दाल, लौकी की सब्जी की प्रसादी के बाद उपवास किया जाता है। दूसरे दिन खरना किया जाता है। जिसमें महिलाएं हाथ चक्की से गेहूं पिसेंगी। शाम को गाय के दूध और गुड़ से बनी खीर, हाथ से पीसे रोटी की प्रसादी ग्रहण कर 36 घंटे के निर्जला उपवास की शुरुआत करेंगी।
तीसरे दिन गणगौर घाट पर शाम को व्रती महिलाओं द्वारा शाम को गणगौर घाट पर डूबते सूर्य को अघ्र्य दिया जाएगा। छठ महापर्व का समापन सोमवार को गणगौर घाट पर होगा। इस दिन सभी व्रती परिवार यहां पहुंचेंगे। महिलाओं द्वारा उगते सूर्य को अघ्र्य दिया जाएगा। इसके बाद सामूहिक रूप से पारणा किया जाएगा। जिसमें आटे, गुड़ और शुद्ध घी से बनी रोटी ठेकुआ की प्रसादी ग्रहण कर महिलाएं व्रत समाप्त करेंगी। वहीं, शाम को घरों में भी पूजा अर्चना की जाएगी।