हरसूद विस को खंडवा भाजपा में मजाकिया तौर पर केंद्र शासित प्रदेश कहा जाता है। यहां विधायक व मंत्री विजय शाह समर्थक ही संगठन में काबिज होते है। यहां नए बने आशापुर मंडल सहित खार, खालवा, हरसूद नगर, ग्रामीण, रोशनी में मंत्री समर्थित अध्यक्ष बनाए गए है। यहां खालवा में शुभम तिवारी को दूसरी बार मौका मिला है। वहीं, खार मंडल में महिला को प्रतिनिधित्व देते हुए जमनाबाई सुरेश को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। वें 20 मंडलों में एक मात्र महिला अध्यक्ष है।
पंधाना में विधायक छाया मोरे ने सांसद पाटिल को पूरा समर्थन दिया। जिसके चलते सभी छह मंडलों में सांसद के करीबियों को मौका मिला है। गुड़ी मंडल अध्यक्ष बनाए गए जगराम यादव तो विस चुनाव के पहले तक कांग्रेस में थे और छाया मोरे के साथ भाजपा में आए थे। सांसद, विधायक के समन्वय से उन्हें भी पद मिल गया। वहीं, मांधाता में विधायक नारायण पटेल की चली। सभी पांच मंडलों में उनके समर्थकों को मौका दिया गया है। ओंकारेश्वर मंडल के अध्यक्ष जगदीश संकडिय़ा को दूसरी बार मौका मिला है।
मंडल अध्यक्ष चुनाव में भाजपा ने पूरी पारदर्शिता की बात कही थी। बावजूद इसके सांसद, विधायकों के समर्थक ही मंडलों में काबिज हुए। खंडवा के पांच मंडलों में से शहर के दो मंडल अटल बिहारी बाजपेयी और नए बने पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल की घोषणा बाकी है। शहर के तीनों मंडलों में महापौर समर्थक भी अध्यक्ष की दौड़ में शामिल थे। देखना ये है कि बचे हुए दो मंडलों में किसकी चलती है। भाजपा ने 20 मंडल अध्यक्षों सहित 20 मंडल प्रतिनिधियों की घोषणा भी की है, जो अध्यक्ष के चुनाव में रायशुमारी में शामिल होंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल सहित सभी जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों ने मंडल अध्यक्षों को बधाई दी।