सोमवार को चारों विधानसभाओं के लिए 22 मंडलों के अध्यक्षों के लिए रायशुमारी हुई। हर मंडल के अंतर्गत आने वाले अपेक्षित पदाधिकारियों से जिला निर्वाचन प्रभारी और प्रेक्षक ने बंद कमरे में चर्चा की। सबसे पहले हरसूद, पंधाना, मांधाता और अंत में खंडवा विस के लिए रायशुमारी हुई। हर विधानसभा के लिए दो-दो घंटे का समय तय किया गया था। रायशुमारी में विधायक और सांसद को दूर रखा गया था। महापौर, जिपं अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष सहित जिले के सभी पदाधिकारी रायशुमारी में शामिल रहे। खास बात ये रही कि जो जहां निवासरत है, उसकी राय उसी मंडल के लिए ली गई। साथ ही निर्धारित फार्म में दावेदार का नाम, उम्र, शिक्षा, पूर्व दायित्व, वर्तमान दायित्व की जानकारी भी लिखित में ली गई।
रायशुमारी में सह प्रभारी, जिलाध्यक्ष कक्ष से बाहर
मंडल अध्यक्षों के लिए हुई रायशुमारी में जिला निर्वाचन प्रभारी और प्रेक्षक ही शामिल रहे। इस दौरान जिला सह निर्वाचन प्रभारी सुभाष कोठारी, कैलाश पाटीदार सहित जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल भी रायशुमारी कक्ष से बाहर रहे। रायशुमारी में विधायकों को शामिल नहीं किया गया है, लेकिन पंधाना विधायक यहां पहुंची और चुनाव प्रभारी व प्रेक्षक से बंद कमरे में चर्चा की। दोपहर दो बजे भाजपा कार्यालय में बैठक भी हुई, जिसमें बूथ अध्यक्षों की रायशुमारी के लिए मंडल प्रतिनिधियों, चुनाव प्रभारियों को जानकारी दी गई। हरसूद में आशापुर मंडल, खंडवा में पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल और मांधाता में खुटला मंडल नया बनाया गया। इन मंडलों के बूथों पर वरिष्ठों द्वारा रायशुमारी की जाएगी।
मंडल अध्यक्षों के लिए हुई रायशुमारी में जिला निर्वाचन प्रभारी और प्रेक्षक ही शामिल रहे। इस दौरान जिला सह निर्वाचन प्रभारी सुभाष कोठारी, कैलाश पाटीदार सहित जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल भी रायशुमारी कक्ष से बाहर रहे। रायशुमारी में विधायकों को शामिल नहीं किया गया है, लेकिन पंधाना विधायक यहां पहुंची और चुनाव प्रभारी व प्रेक्षक से बंद कमरे में चर्चा की। दोपहर दो बजे भाजपा कार्यालय में बैठक भी हुई, जिसमें बूथ अध्यक्षों की रायशुमारी के लिए मंडल प्रतिनिधियों, चुनाव प्रभारियों को जानकारी दी गई। हरसूद में आशापुर मंडल, खंडवा में पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल और मांधाता में खुटला मंडल नया बनाया गया। इन मंडलों के बूथों पर वरिष्ठों द्वारा रायशुमारी की जाएगी।
मंडल और बूथ स्तर पर मिले नामों का होगा मिलान
मंगलवार को हर मंडल में जितने बूथ है, उनके सभी अध्यक्षों से रायशुमारी की जाएगी। मंडलों के चुनाव प्रभारी और प्रतिनिधि बूथ अध्यक्षों से निर्धारित फार्म में तीन-तीन नाम लिखवाएंगे। ये सारे नाम भी मंडलों के अनुसार लिफाफों में बंद किए जाएंगे। अपेक्षित पदाधिकारियों से मिले नाम और बूथ अध्यक्षों से मिले नामों का मिलान किया जाएगा। दोनों निर्धारित फार्मों के नामों के मिलान नहीं होने पर संबंधित का नाम मंडल अध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो जाएगा। मंडल अध्यक्षों की घोषणा 15 दिसंबर तक की जाएगी।
मंगलवार को हर मंडल में जितने बूथ है, उनके सभी अध्यक्षों से रायशुमारी की जाएगी। मंडलों के चुनाव प्रभारी और प्रतिनिधि बूथ अध्यक्षों से निर्धारित फार्म में तीन-तीन नाम लिखवाएंगे। ये सारे नाम भी मंडलों के अनुसार लिफाफों में बंद किए जाएंगे। अपेक्षित पदाधिकारियों से मिले नाम और बूथ अध्यक्षों से मिले नामों का मिलान किया जाएगा। दोनों निर्धारित फार्मों के नामों के मिलान नहीं होने पर संबंधित का नाम मंडल अध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो जाएगा। मंडल अध्यक्षों की घोषणा 15 दिसंबर तक की जाएगी।