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पुलिस ने बुधराम पिता भोपसिंह (37), हीरामती बाई पति बुधराम(32) और पुत्र जोनहूराम पिता बुधराम (12) का जला हुआ शव उनके से बरामद किया।शव पूरी तरह से जल चुके थे। गांव के लोगों के मुताबिक रविवार को पास ही घर में छट्ठी कार्यक्रम था, जिसमें पति, पत्नी और उनका पुत्र भी गया था। रात करीब 12 बजे ये सभी लौटे थे।
इसके बाद सुबह पड़ोसी ने घर से धुआ निकलते देखा तो वह वहां पहुंचा। तीनों शवों की हालत देखकर वह दहल गया। उसने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। थाना प्रभारी निरीक्षक सावन सारथी का कहना है कि प्रथम दृष्टया तो गैस लिकेज से ही घटना होना प्रतीत हो रहा है। मामले की फॉरेसिंक जांच के लिए रायपुर की टीम को बुलाया गया है। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि मौत का कारण क्या रहा।
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उठ रहे सवाल बैगा परिवार के आगजनी से मौत का मामला संदिग्ध नजर आ रहा है, क्योंकि गैस लिकेज से आगजनी होती हो पूरी झोपड़ी जलकर राख हो चुकी होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। कुछ हिस्सा ही जला है। जिस खाट में एक व्यक्ति की मौत हुई है वह खाट भी पूरी तरह से नहीं जली है। वहीं ग्रामीणों के अनुसार मृतक परिवार गैस नहीं कच्चे चूल्हे का उपयोग करता था। फिलहाल पुलिस अलग-अलग ऐंगल से जांच में जुटी है।