इसलिए जुड़ा था सत्ताधारी नेताओं का नाम
जानकारी के अनुसार हवाला व धोखाधड़ी के इस प्रकरण में मुख्य आरोपी सतीश सरावगी है। सतीश सत्ताधारी दल के एक नेता का करीबी रहा है और उनके कारोबार को संभालता था। सतीश का नाम सामने आने के बाद नेता पर भी ऊंगली उठी और वे भी पुलिस व ईडी की जांच के रडार में थे लेकिन जांच में अबतक सत्ताधारी नेता तक जांच एजेसियों के हाथ नहीं पहुंच सके है।
- रजनीश ने मानवेंद्र मिस्त्री को प्राइवेट जॉब के लिए निक्की डेविट के घर पर अपनी आईडी व दूसरे दस्तावेज दिए थे, जिनका किया गया था दुरुपयोग।
- विनय जैन द्वारा दी गई शिकायत पर भी 12 जुलाई 2016 को दर्ज हुई थी एफआईआर, आयकर विभाग से मिले नोटिस के बाद पता चला कि उनके नाम पर महादेव ट्रेडिंग फर्म चल रही है, खाता एक्सिस बैंक में है।
- उमादत्त हल्दकार की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने तत्कॉलीन एसपी गौरव तिवारी के निर्देश पर 13 जुलाई 2016 को दर्ज की थी एफआईआर।
- अमर दहायत की शिकायत पर 22 दिसंबर 2016 को चौथी एफआईआर दर्ज हुई थी, होमगार्ड जवान के बेटे अमर का आरोप था कि वे कोयला व्यापारी संतोष गर्ग के ऑफिस में काम के दौरान उनके नाम से एक्सिस बैंक में अमर ट्रेडर्स के नाम से खुले खाते में लाखों का लेनदेन हुआ।
- ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) इंदौर द्वारा मनी लांड्रिग पर दर्ज अपराध में शुरू की थी जांच, मानवेंद्र मिस्त्री, सतीश सरावगी से की गई थी पूछताछ।
वर्ष 2016 में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एक्सिस बैंक में खाता खोलते हुए करोड़ों रुपए का लेनदेन फर्जी तरीके से हुआ था। पीडि़त रजनीश तिवारी की शिकायत पर मानवेंद्र मिस्त्री, सतीश सरावगी, संदीप बर्मन, दस्सू पटेल, नरेश बर्मन, मनीष सरावगी सहित अन्य पर एफआइआर दर्ज की गई थी। इस मामले में तत्कालीन खाता खोलने वाला अधिकारी मोहम्मद यासीन एफआइआर के बाद से फरार था, जिसे नवम्बर 2022 में गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि हवाला कांड में अंतिम गिरफ्तारी एक दिसंबर 2022 को तत्कालीन एक्सिस बैंक अकाउंट अधिकारी मोहम्मद यासीन की हुई थी। इसके पूर्व नरेश बर्मन निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी माधवनगर, नरेश पोद्दार निवासी गांधीगंज, दस्सू पटेल निवासी शास्त्री वार्ड कुठला, मनीष सरावगी घंटाघर, सतीश सरावगी घंटाघर, मानवेंद्र मिस्त्री बालाजी नगर, संदीप बर्मन शिवाजी नगर को गिरफ्तार किया जा चुका था। 2016 से एक्सिस बैंक मोहम्मद यासीन फरार था।