किसान सतेंद्र सिंह ने बताया मैं सुबह 10 बजे आ जाता हूँ अधिकारी 11-12बजे आते है और 25 हजार का विड्रॉल भरो तो अधिकारी कहते है 5 हजार ले लो अब अपने ही लेने जाओ तो लगता है लोन दे रहे हैं, खाद बीज लेने जाओ तो पैसे नगद मांगते है बाजार से पैसे लो तो 8 प्रतिशत ब्याज लगता है।
खेत मे बोरिंग के करवाने के बाद अब उनको पैसे देने के लिए सहकारी बैंक के चक्कर काट रही गीता बाई आदिवासी ने बताया कि कई दिनों से 1 लाख निकलवाने के लिए बैंक के चक्कर काट रही हूँ अधिकारी बोलते है 10 हजार ले लो। बोरिंग वाले पैसे मांग रहे उन्हें कहा से पैसे दूं…बैंक में पैसे होने पर मैं तो सोची जब चाहे मिल जाएगा लेकिन अब नही मिल रहे।
बैंक में पदस्थ बाबू ने बताया कि हमारे पास कई लोग आते है पैसे निकलवाने लेकिन पैसे न होने के कारण दिनभर जमाकर्ताओं के पैसों से किसी को 5 तो किसी को 10 हजार दे रहे है। सभी समस्याएं मुख्यालय में बता चुके है कभी कभार तो पैसों को लेकर विवाद भी हो जाता है लेकिन क्या करे… अब कोई अपना ही पैसे निकालने आए न देंगे तो यही होगा।