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School operator son kidnapping police revelations गुजैनी थाना क्षेत्र के बर्रा आठ निवासी स्कूल संचालक राधेश्याम कटियार ने थाना में तहरीर देकर अपने बेटे अंकुर कटियार की अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि अंकुर सहारनपुर की मंडी समिति में नौकरी करता है। रक्षाबंधन में वह घर आया था। उसके बाद वह ड्यूटी पर लौट गया। अंकुर कटियार के वापस जाने के बाद 29 अगस्त को उनके पास दो नंबरों से फोन आया। जिसमें जानकारी दी गई की अंकुर कटियार का अपहरण कर लिया गया है। वापस चाहते हो तो 20 लाख रुपए दो, नहीं तो जान से मार दिया जाएगा। गुजैनी थाना में दर्ज हुआ मुकदमा School operator son kidnapping police revelations मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस के तीन टाइम अपहृत अंकुर कटियार की बरामदगी के लिए लगाई गई। मोबाइल नंबर को सर्विलांस में लगाया गया। इसी दौरान रात में अपहरणकर्ता ने फोन किया तो पुलिस ने उसकी लोकेशन हरिद्वार में ट्रेस की। तीनों टीम बीते मंगलवार को हरिद्वार के लिए रवाना हुई। जहां से पुलिस ने अंकुर कटियार को बरामद कर लिया।
पुलिस के खुलासे पर परिवार वाले भी हैरान School operator son kidnapping police revelations अब पुलिस मामले का जो खुलासा कर रही है। उसको सुनकर परिवार वाले भी दंग है। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में अंकुर कटियार ने बताया कि वह खुद को अपहरणकर्ता बताते हुए 20 लाख रुपए की मांग कर रहा था। मंगलवार को 3 लाख में दोनों पक्षों में समझौता हो गया। समझौते के अनुसार अंकुर कटियार ने अपने दोस्त शोभित को पैसे लेने के लिए घर भेजा। जहां मौके पर पहले से पुलिस मौजूद थी। जिसने शोभित को पकड़ कर लिया।
शोभित ने अलग कहानी बताई School operator son kidnapping police revelations शोभित से पूछताछ में पुलिस को नई जानकारी मिली। शोभित ने बताया कि अंकुर ने उससे 3.30 लाख रुपए उधार लिए थे। जिसे वह काफी समय से मांग रहा था। लेकिन अब उसे जरूरत थी। तो अंकुर से पैसे की मांग कर रहा था। लेकिन अंकुर दे नहीं रहा था। इस पर शोभित ने अंकुर से कहा कि 3 लाख रुपए ही वापस कर दो, तो 30 हजार छोड़ देंगे। इस पर अंकुर ने 3 लाख रुपए भेज दिया। शोभित ने पुलिस को बताया कि उसे अंकुर के अपहरण की जानकारी नहीं है।