इसकी मदद से रुपे कार्डधारक उन क्षेत्रों में भी पॉइंट ऑफ सेल्स (POS) मशीनों पर कॉन्टैक्टलेस ऑफलाइन पेमेंट कर सकेंगे, जहां इंटरनेट कमजोर है। रुपे के ग्राहक नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड के साथ तेजी से लेनदेन के लिए पैसे स्टोर कर सकते हैं और कमजोर कनेक्टिविटी होने पर भी पीओएस मशीन्स पर पेमेंट कर सकते हैं। नेशनल फेडरेशन आफ बैंक इम्पलाइज के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि बहुत से इलाकों में इंटरनेट न होने या उसकी स्पीड कम होने पर डिजिटल पेमेंट करना मुश्किल होता है, लेकिन रुपे कार्ड के कॉन्टैक्टलैस ऑफलाइन पेमेंट फीचर से ग्राहकों को लेनदेन में दिक्कत नहीं होगी।
इस ऑफलाइन वॉलेट को यात्रा के दौरान छोटे पेमेंट्स जैसे मेट्रो से सफर, बस टिकट, कैब के किराया आदि में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस तकनीक में रुपे कार्ड धारक उसी में अपना वालेट बना लेंगे, जिसमें अपने एकाउंट से रकम ट्रांसफर कर सकेंगे। फिर इस वालेट का इस्तेमाल आफलाइन ट्रांजेक्शन में भी किया जा सकेगा। इस तकनीक से ट्रांजेक्शन सामान्य कार्ड ट्रांजेक्शन से भी तेज होते हैं।