कानपुर में परंपरा के अनुसार ऐतिहासिक गंगा मेला का आयोजन किया गया। हटिया के रज्जनबाबू पार्क से रंगों का ठेला लेकर होरियारे निकल पड़े और जमकर होली खेली।
गंगा मेला बीते 81 सालों से लगता है। इस साल 82वां गंगा मेला है, इसका इतिहास देश की आजादी से भी पुराना है। फोटो में देख सकते हैं, कैसे खुशी और उमंग के साथ इस पर्व को मनाया जा रहा है।
कानपुर में रंग का ठेला हटिया से मूलगंज चौराहा पहुंचा तो गंगा जमुना तहजीब की छटा देखने को मिली।
युवकों की टोलियां होली गीत गाते गली-गली घूमती नजर आईं। फोटो में देख सकते हैं, कैसे गुलाल उड़ा कर माहौल बनाया गया है।
कई ट्रैक्टरों पर युवकों की टोलियां कानपुर की गलियों में घूमे। भैंसा, ठेला, ऊंट पर सवार हो होरियारे रंग बरसाते हुए सड़क पर दिखाई दिए।
Adarsh Shivam
आदर्श शिवम् मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं। दो साल से ज्यादा डिजिटल कंटेंट बिजनेस पर काम। हाईपरलोकल कंटेंट, सिनेमा से अधिक लगाव। पत्रिका समूह में एंटरटेनमेंट बीट पर कार्यरत।