राहुल गांधी ने कहा सबसे बड़ा क्रांतिकारी कदम जातीय जनगणना की जानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि कारपोरेट, पुलिस, कोर्ट ब्योरोक्रेट्स, मीडिया संस्थानों में पिछड़ों की संख्या जीरो है। देश की सबसे बड़ी 10 कंपनियों में दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग की कोई भागीदारी नहीं है।
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उन्होंने कहा कि हम फाइनेंशियल सर्वे कराएंगे। लोगों के पास कितना धन है, हकीकत पता चल जाएगी। टाटा, अंबानी, बिरला, इस देश के नए राजा है। युवाओं से कहा जितना चिल्ला सकते हो चिल्लाओ, आपको रोजगार नहीं मिलेगा। आपको सताया जा रहा है। भर्ती करते हैं, लेकिन पेपर लीक करा देते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) नहीं चाहते हैं कि पिछड़े, आदिवासी दलितों को आगे बढ़ाया जाए। राम मंदिर आयोजन में कितने दलित, आदिवासी और पिछड़े हैं। वहां आपने अंबानी को देखा, लेकिन दलित- पिछड़ों को नहीं देखा होगा।