बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई
इसी बीच सोमवार को मौसम में बदलाव रहा। जयपुर, कोटा, बूंदी सहित कई अन्य जिलों में दिनभर धूप-छांव का खेल चलता रहा। बीच-बीच में आसमान में बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे। मानसून की बेरुखी से किसान चिंतित हैं। बारिश नहीं होने से फसलें सूखने की कगार पर हैं।
ब्रेक के बाद मानसून की होगी जोरदार बारिश से एंट्री! जानिए क्या है IMD का लेटेस्ट अपडेट
क्यों नहीं हो रही अच्छी बारिश
राजस्थान में समय से पहले आए मानसून ने ब्रेक ले लिया है और वह पहाड़ों की पर चला गया है। दरअसल मानसून की ट्रफ लाइन हिमालय की तहलटी पर सरक गई है जिससे पहाड़ी इलाकों पर झमाझम बारिश हो रही है। ट्रफ लाइन के राजस्थान के ऊपर 20 अगस्त के आसपास आने की उम्मीद है। तब जाकर वापस बारिश का मौसम बनेगा। राजस्थान में दक्षिणी पश्चिमी मानसून काल जून से लेकर सितम्बर तक माना जाता है। सितम्बर के अंतिम महीने में मानसूनी हवा पीछे हटनी शुरू हो जाती है। इसे मानसून का लौटना कहते हैं।