——–
180 किमी प्रति घंटा रफ्तार यह ट्रेन ऑटो ब्रेकिंग (कवच) सिस्टम पर चलेगी. वंदे भारत चलने से सभी रूट पर यात्रा केवल दो से ढाई घंटे में पूरी हो सकेगी. वंदे भारत की अधिकतम रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि न्यूनतम रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा है। इससे यात्रियों का समय बचेगा व आधे से भी कम समय में अपना सफर तय कर सकेंगे। लग्जरी सुविधाओं से युक्त यह ट्रेन हवाई यात्रा का अनुभव कराएगी।
———-
180 किमी प्रति घंटा रफ्तार यह ट्रेन ऑटो ब्रेकिंग (कवच) सिस्टम पर चलेगी. वंदे भारत चलने से सभी रूट पर यात्रा केवल दो से ढाई घंटे में पूरी हो सकेगी. वंदे भारत की अधिकतम रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि न्यूनतम रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा है। इससे यात्रियों का समय बचेगा व आधे से भी कम समय में अपना सफर तय कर सकेंगे। लग्जरी सुविधाओं से युक्त यह ट्रेन हवाई यात्रा का अनुभव कराएगी।
———-
इतना समय बचेगा यात्रियों का
– जयपुर से जोधपुर 310 किमी अभी लग रहे– 5 घंटे 35 मिनट
वन्दे भारत से- 1 घंटा 45 मिनट —
– जयपुर से दिल्ली 310 किमी अभी लग रहे- 4 घंटे 45 मिनट
वन्दे भारत से- 1 घंटा 45 मिनट
– जयपुर से जोधपुर 310 किमी अभी लग रहे– 5 घंटे 35 मिनट
वन्दे भारत से- 1 घंटा 45 मिनट —
– जयपुर से दिल्ली 310 किमी अभी लग रहे- 4 घंटे 45 मिनट
वन्दे भारत से- 1 घंटा 45 मिनट
—
जयपुर से उदयपुर 428 किमी अभी लग रहे- 7 घंटे 30 मिनट
वन्दे भारत से- 2 घंटे 25 मिनट —
जयपुर से कोटा 240 किमी अभी लग रहे- 3 घंटे 35 मिनट
वन्दे भारत से- 1 घंटा 20 मिनट
जयपुर से उदयपुर 428 किमी अभी लग रहे- 7 घंटे 30 मिनट
वन्दे भारत से- 2 घंटे 25 मिनट —
जयपुर से कोटा 240 किमी अभी लग रहे- 3 घंटे 35 मिनट
वन्दे भारत से- 1 घंटा 20 मिनट
– (वन्दे भारत की स्पीड 180 किमी प्रति घंटा के हिसाब से)
————————– जोधपुर में बन रहा मेंटेनेंस डिपो
वंदे भारत ट्रेन के लिए रखरखाव और मेंटेनेंस के लिए जोधपुर में 150 करोड़ रुपयों की लागत से डिपो बनाने का काम चल रहा है। इसके अलाव जयपुर, गंगानगर में भी डिपो बनाने का काम चल रहा है। चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में दो नई वंदे भारत ट्रेन सेट का निर्माण तेजी से किया जा रहा है.
————————– जोधपुर में बन रहा मेंटेनेंस डिपो
वंदे भारत ट्रेन के लिए रखरखाव और मेंटेनेंस के लिए जोधपुर में 150 करोड़ रुपयों की लागत से डिपो बनाने का काम चल रहा है। इसके अलाव जयपुर, गंगानगर में भी डिपो बनाने का काम चल रहा है। चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में दो नई वंदे भारत ट्रेन सेट का निर्माण तेजी से किया जा रहा है.
———–
उत्तर पश्चिम रेलवे को पांच रैक मिलने वाले हैं. यह रैक आना शुरू हो गए है, जो अगस्त 2023 में पूरी तरह से पहुंच जाएंगे। अगले साल सितम्बर तक प्रदेश में यह ट्रेन चलने की उम्मीद है।
कैप्टन शशि किरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी
उत्तर पश्चिम रेलवे को पांच रैक मिलने वाले हैं. यह रैक आना शुरू हो गए है, जो अगस्त 2023 में पूरी तरह से पहुंच जाएंगे। अगले साल सितम्बर तक प्रदेश में यह ट्रेन चलने की उम्मीद है।
कैप्टन शशि किरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी
उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर
———-
———-