पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर लीक करने के मास्टर माइंड व 50 हजार रुपए के इनामी को पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) जोधपुर की साइक्लोनर टीम ने ऑपरेशन पताका के तहत सीकर में पकड़ लिया। जांच के लिए उसे जयपुर एसओजी को सौंपा गया है। वह बीकानेर में कोचिंग सेंटर संचालक था और वहीं से 10 से 15 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल करवाता था।
पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) जोधपुर विकास कुमार ने बताया कि चूरू जिले में छापरथानान्तर्गत रामपुर गांव निवासी पौरव कालेरएसआइ भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर लीक करने में मास्टर माइंड है। मार्च 2024 में पेपर लीक का घोटाला सामने आया था। तब से वह फरार हो गया था। रेंज की साइक्लोनर टीम के साथ ही आधा दर्जन अन्य सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश कर रही थी।
दो माह में दो हजार किमी तक पीछा करने के बाद तकनीकी सूचना के साथ इंटरनेट बैंकिंग के उपयोग से पौरव के सीकर के एक अपार्टमेंट में छुपे होने की बारे में महत्वपूर्ण सूचना मिली। साइक्लोनर टीम के एसआइ कन्हैयालाल व प्रमीत चौहान के नेतृत्व में पुलिस ने सीकर में अपार्टमेंट की घेराबंदी की और एक फ्लैट में दबिश देकर चूरू जिले में रामपुर गांव निवासी पौरव कालेर पुत्र ओमप्रकाश जाट को पकड़ लिया, जिसे एसओजी को सौंप दिया गया।
पुलिस से बर्खास्त चाचा भी मास्टर माइंड
आरोपी पौरव का चाचा तुलछाराम पुलिस से बर्खास्त है। वह भी नकल प्रकरण में शामिल है और मास्टर माइंड है। चाचा व भतीजा मिलकर प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल करवाते थे।
10 से 15 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी वसूलता
पुलिस का कहना है कि पोरव कालेर बीकानेर में चाणक्य कोचिंग का संचालक है, जहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करवाई जाती थी। इस दौरान वह नकल करवाने के लिए प्रति अभ्यर्थी 10 से 15 लाख रुपए वसूलता था। वह वर्ष 2021 में पटवार भर्ती परीक्षा में ब्ल्यूटूथ से नकल करवाने में शामिल रहा था। उसे गिरफ्तार किया गया था। वह ब्ल्यूटूथ से अभ्यर्थियों को नकल करवाने में एक्सपर्ट है।
ओटीपी के लिए मोबाइल खोलते ही मिली लोकेशन
पौरव चार दिन पहले कार की सर्विस करवाने के लिए सीकर आया था। सर्विस के दौरान ओटीपी के लिए उसने महज एक मिनट के लिए अपना मोबाइल खोला था। ऐसे में पुलिस के पास उसकी लोकेशन आ गई। पुलिस टीम लोकेशन पर पहुंची तो वह अपनी कार की सर्विस करवा कर वापस जा चुका था। लेकिन पुलिस को यहां से गाड़ी का नंबर और रंग की जानकारी मिल गई।
कार के नीचे गुगल जला धुआं किया तो बाहर आया
पुलिस टीम ने आरोपी पौरव को बाहर निकालने के लिए अनोखा तरीका आजमाया। कार के इंजिन के नीचे धूप में काम लिए जाने वाले गुगल जलाकर रख दिया। ऐसे में कुछ ही समय में कार के चारों तरफ धुआं हो गया। इसी दौरान लाल कार में आग लगने की बात फैला दी गई। आग लगने की सूचना पर पौरव बाहर आया। उसने जैसे ही कार का बोनट खोला पुलिस ने उसे दबोच लिया।