जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई निर्दलीय प्रत्याशी अध्यक्ष बना है। रविंद्र सिंह भाटी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के हनुमान तरण को हराया। तीसरे स्थान पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के त्रिवेंद्रपाल सिंह रहे। रविंद्र सिंह भाटी ने पद की शपथ ग्रहण की। एनएसयूआई का हैट्रिक का ख्वाब अधूरा रह गया। पिछले दो अध्यक्ष एनएसयूआई के थे। एबीवीपी को पिछले 3 साल से शिकस्त मिल रही है। वहीं अन्य संगठनों के प्रत्याशी भी खास चमक नहीं बिखेर पाए।
इतने मिले हैं वोट
अजय सिंह -774
हनुमान तरड़ -3868
मनोज परमार -68
रविंद्रसिंह भाटी -4612
सुधीर बिश्नोई -80
त्रिवेंद्रपाल सिंह -2236
नोटा -48
खारिज -314 इस बार हुई रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग इस बार छात्र-छात्राओं ने रिकॉर्ड तोड़ 56.64 प्रतिशत मतदान किया जो पिछले साल से दस प्रतिशत से भी अधिक है। कुल 20 हजार 155 विद्यार्थियों में से 11 हजार 415 ने वोट डाले। शाम तक नतीजे चुनावों के नतीजे आने की उम्मीद है। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के बाद 2010 में फिर से शुरू हुए छात्रसंघ चुनाव में संभवत: यह सबसे अधिक वोटिंग है। सर्वाधिक मतदान एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में 75 प्रतिशत हुआ। विवि के पुराना परिसर, नया परिसर, कमला नेहरु कॉलेज और एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में 40 मतदान केंद्र बनाए गए, जहां लंबी लाइनें लगी।