दोपहर को छाए बादल
गौरतलब है कि आग उगलती सूरज की तल्ख किरणों के वेग पर अंकुश लगाने के लिए दोपहर को बादल छाए, जिससे धरती पर सूरज की सीधी किरणों का प्रभाव तो कुछ कम हुआ, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिल पाई। हर कोई सूरज की सीधी किरणों के सम्पर्क में आने से बचने का जतन करते रहे। पक्षी पेड़ों की छांव पर व परिण्डों से प्यास बुझाते और नलों के नीचे गीले हुए फर्श पर दुबके नजर आए, तो पशु पेड़ों की छांव में, तो श्वान वगैरा नालियों में बह रहे पानी में बैठकर गर्मी से राहत पाने का जतन करते रहे। मौसम विभाग के अनुसार फलोदी का अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री व न्यूनतम तापमान 34.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
स्थापित हुआ सबसे बडा थर्मामीटर का स्मारक
आठ साल पहले 19 मई 2016 को फलोदी का तापमान 51 डिग्री सेल्सियस था, जो विश्व के जीवित शहर में अब तक का सबसे अधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया था, जिसके चलते फलोदी शहर के वाशिंदों के जनजीवन के लिए भारत ही नहीं पूरे विश्व ने चिन्ता व्यक्त की थी। शनिवार को एक बार फिर फलोदी में आठ साल पहले के 19 मई 2016 के संस्मरण ताजा हो आए, जिसमें यहां रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का तापमान दर्ज किया गया था। फलोदी के सबसे गर्म शहर की फेरहिस्त में पहले नम्बर पर आने के छह साल बाद फलोदी शहर में थर्मामीटर का मॉड्युल स्मारक लगाया गया, जो कि वर्तमान में इंडिया व एशिया बुक में सबसे बड़े 12 फीट के थर्मामीटर के वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। न्यूनतम, सामान्य व अधिकतम टैम्परेचर के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए यह स्मारक बनाया गया था।