आपको बता दें कि भाजपा का गढ़ रही सूरसागर विधानसभा सीट की तस्वीर में सीधा मुकाबला नजर आ रहा है। इस बार यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने नए चेहरे को उतारा है। यहां पर लगातार तीन बार से भाजपा की वरिष्ठ नेता सूर्यकांता व्यास ने अलग-अलग मार्जिन से चुनाव जीता, लेकिन इस बार देवेंद्र जोशी को उतारा है। वहीं कांग्रेस ने 28 साल के युवा शहजाद खान को मौका दिया है। दोनों ही प्रत्याशी पहली बार आमने-सामने हैं। युवा चेहरे के साथ कांग्रेस की यूथ ब्रिगेड फील्ड में नजर आ रही है। कांग्रेस को इसका कितना फायदा मिलता है यह तो चुनाव के परिणाम ही बताएंगे। इधर, भाजपा प्रत्याशी जोशी भी राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं। वे भी भाजपा का कब्जा जमाए रखने के लिए हर संभव तैयारी में जुटे हैं।
दाधीच का भाजपा में जाना भी बड़ा फेक्टर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच का भाजपा में जाना बड़ा फेक्टर बताया जा रहा है। पहले निर्दलीय नामांकन भरने से भाजपा की सांसे फूल गई थीं, क्योंकि दाधीच भाजपा के कोर वोटर्स ब्राह्मणों के वोटों को काटते। कांग्रेस को सीधे तौर पर फायदा होता, लेकिन अब यहां भाजपा अपना दावा मजबूत बता रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच का भाजपा में जाना बड़ा फेक्टर बताया जा रहा है। पहले निर्दलीय नामांकन भरने से भाजपा की सांसे फूल गई थीं, क्योंकि दाधीच भाजपा के कोर वोटर्स ब्राह्मणों के वोटों को काटते। कांग्रेस को सीधे तौर पर फायदा होता, लेकिन अब यहां भाजपा अपना दावा मजबूत बता रही है।