सोशल मीडिया से सीखा नकली नोट बनाना
उसने पुलिस को बताया कि वह महाराष्ट्र में गैस वितरण का काम करता था। इस काम में मेहनत काफी ज्यादा थी और कमाई कम। मैं जल्द से जल्द अमीर बनना चाहता था। इसलिए मैंने सोशल मीडिया पर नकली नोट बनाने की बात पढ़ी और यूट्यूब पर नकली नोट बनाने का तरीका सीखा। इसके लिए मैंने मध्यप्रदेश के इंदौर से स्कैनर और रंगीन प्रिंटर खरीदा। वहीं नकली नोट बनाने के लिए कागज की रिम, कागज व कटर खरीद कर गांव आ गया और यहां नकली नोट बनाने शुरू कर दिए। पुलिस को काफी दिनों से इलाके में नकली नोट चलने की सूचना मिल रही थी। पुलिस ने आरोपी के पास से 28 हजार 400 रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। एडिशनल एसपी जोधपुर ग्रामीण भोपाल सिंह लखावत ने बताया कि जिला विशेष टीम के अमानाराम के नेतृत्व में टीम ने आरोपी बाबू राम पुत्र धोकल राम बागड़वा बिश्नोई निवासी बागड़वा की ढाणी महादेव नगर चिराई के रहवासी मकान में दबिश दी। इस दौरान 500 के 56 नोट और 200 के दो नोट सहित कुल 28 हजार 400 की जाली मुद्रा पकड़ी गई। आरोपी को गिरफ्तार करने में जिला जोधपुर ग्रामीण की टीम से ओसियां थाना अधिकारी राजेश कुमार गजराज, सहायक उप निरीक्षक अमानाराम, सेठाराम बिश्नोई, किशोर दुक्तावा, किशनाराम पूनिया, रवि प्रकाश, महिला कॉन्स्टेबल जस्सी, नाथूराम, राम प्रकाश, घेवरराम, हसराम, रामी, रामनिवास, राजेंद्र सिंह, मोहन सिंह, बाबूलाल शामिल रहे।