भीलवाड़ा में वारदात, जोधपुर से गिरफ्तार
पुलिस गिरफ्त में आए बदमाश का नाम भुट्टाराम उर्फ भूपेंद्र बिश्नोई है, जो भीलवाड़ा में तस्करों की फायरिंग की एक घटना के दौरान कांस्टेबल की हत्या का आरोपी है। वारदात के बाद से भूपेंद्र फरार चल रहा था और उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी।प्रारंभिक कामयाबी नहीं मिल पाने के बाद नौबत यहां तक पहुंची कि पुलिस को उसे गिरफ्त में पाने के लिए उसपर इनाम तक घोषित करना पड़ गया। पुलिस ने भूपेंद्र को खोज निकालने पारा या उसके बारे में कोई पुख्ता टिप बताने पर 75 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
आखिरकार धरा गया, पुलिस ने ली राहत
पुलिस को आखिरकार तीन साल के बाद भूपेंद्र को गिरफ्त में लेने में कामयाबी मिल गई है। 75 हजार रुपए के इनामी बदमाश को पुलिस ने जोधपुर में धवा के पास घेराबंदी कर पकड़ लिया। झंवर थाना पुलिस ने मकान पर फायरिंग व जानलेवा हमले के मामले में उसे गिरफ्तार किया।पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजेश कुमार ने बताया कि झंवर थानांतर्गत जोलियाली गांव में आथुणी ढाणी निवासी भुट्टाराम उर्फ भूपेंद्र बिश्नोई भीलवाड़ा में फायरिंग कर कांस्टेबल की हत्या और झंवर थाना क्षेत्र में मकान पर फायरिंग मामले में फरार था। उस पर 75 हजार रुपए का इनाम था।
फ़िल्मी स्टाइल से हुई गिरफ्तारी
भूपेंद्र धवा में एक सामाजिक कार्यक्रम में गुपचुप तरीके से शामिल होने आया था। बिना नंबर की कार से जोलियाली निकलने वाला था। बासनी थाने के कांस्टेबल दलाराम ने अधिकारियों को सूचित किया। चार थानों की टीमें बनाकर धवा भेजा गया। पुलिस ने गांव से निकलने वाले चारों मार्गों पर नाकाबंदी की। इस बीच, भुट्टाराम बिना नम्बर की कार में आया। पुलिस को देख कार छोड़ दी और पैदल भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर भुट्टाराम को पकड़ लिया। पुलिस ने उसे संग्राम राम के मकान पर फायरिंग मामले में गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट, कांस्टेबल की हत्या, जानलेवा हमला आदि के सात मामले दर्ज हैं। चार मामलों में वह फरार था।
25-25 हजार रुपए के तीन इनाम थे घोषित
25 नवम्बर 2020 : बालेसर थाने में दर्ज एनडीपीएस एक्ट के मामले में फरार। 16 सितंबर 2021 : झंवर थानान्तर्गत संग्राम राम के मकान पर फायरिंग कर जानलेवा हमले का प्रयास। उसके खिलाफ कोर्ट में चालान पेश हो चुका है और उसे मफरूर घोषित कर स्थाई वारंट जारी किया गया था। 10 अप्रेल 2021 : भीलवाड़ा के रायला थानान्तर्गत तस्करों को पकड़ने के लिए फायरिंग कर कांस्टेबल की हत्या कर दी गई थी। तब से भुट्टाराम फरार था।