आधी रात को तो एक्यूआइ 500 के निकट दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड 500 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक ही एक्यूआई मापता है, उससे एक्यूआइ अधिक होने पर यह मापन नहीं करता है। शहर के कई हिस्सों में रात 10 बजे से लेकर अलसुबह 3 बजे तक एक्यूआई 500 था। चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में सर्वाधिक औसत 275 एक्यूआइ दर्ज किया गया। शुक्रवार को औसत एक्यूआई 234 रिकॉर्ड किया गया।
हवा में सर्वाधिक पीएम 2.5 कण
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से वायु की गुणवत्ता के लिए छह प्रदूषक का मापन करता है। इसमें हवा के महीन कण यानी पार्टिकुलर मैटर पीएम 10, पीएम 2.5, कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और ओजोन शामिल है। जोधपुर सहित अधिकांश स्थानों पर पीएम 10 और पीएम 2.5 कणों का ही प्रदूषण होता है। पीएम कणों में धूल कण, कार्बन कण, जल वाष्प, गाड़ियों से निकलने वाले अपशिष्ट के बारीक गण, कुछ गैसें शामिल होती है, जिसके कण 2.5 माइक्रोन से लेकर 10 माइक्रोन तक छोटे होते हैं। बीते 24 घंटे में सर्वाधिक प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 था यानी पटाखे फोड़े जाने से हवा में बहुत ही सूक्ष्म कण विसरित हो गए। ये कण श्वास के जरिए फैफड़ों के अंदर जाकर अस्थमा, सीओपीडी जैसे रोग पैदा कर देते हैं।