Longest day 2024: जोधपुर में 13 घंटे 47 मिनट का होगा दिन, 14 घंटे 39 मिनट रहेगा उजाला
Longest day 2024: राजस्थान के पूर्वी हिस्से धौलपुर और पश्चिमी हिस्से जैसलमेर में सूर्योदय व सूर्यास्त में आधे घंटे से अधिक का अंतर है, लेकिन दिन की लम्बाई की अवधि एक समान रहेगी।
Longest day 2024: उत्तरी गोलार्ध में शुक्रवार को सबसे बड़ा दिन है। यानी दिन की अवधि साढ़े तेरह घंटे से अधिक रहेगी। और रात सबसे छोटी होगी। इसके उलट ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड सहित दक्षिण अमरीकी देशों में सबसे छोटा दिन और बड़ी रात होगी। उत्तरी गोलार्ध में 21 जून बड़ा दिन है, लेकिन अलग-अलग अक्षांश पर स्थित होने के कारण कई देशों के शहरों में इसकी अवधि अलग-अलग है। जोधपुर में दिन की अवधि 13 घंटे 47 मिनट रहेगी, हालांकि अगला दिन भी एक सैकेण्ड बड़ा होगा। दिन में उजाले की अवधि 14 घंटे 39 मिनट होगी। राजस्थान के पूर्वी हिस्से धौलपुर और पश्चिमी हिस्से जैसलमेर में सूर्योदय व सूर्यास्त में आधे घंटे से अधिक का अंतर है, लेकिन दिन की लम्बाई की अवधि एक समान रहेगी।
शुक्रवार को सूर्योदय 5.47 बजे हुआ
जोधपुर में शुक्रवार को सूर्योदय 5.47 बजे हुआ, लेकिन सूरज के क्षेतिज से 6 डिग्री नीचे होने पर ही उजाला शुरू हो जाता है, यानी 5.20 पर उजाला हुआ। सूर्यास्त शाम को 7.34 पर होगा, इसके बाद धीरे-धीरे अंधेरा होता है। सूरज के क्षेतिज से 6 डिग्री नीचे होने को सिविल ट्वाइलाइट यानी गोधूली वेला कहते हैं। क्षेतिज से 12 डिग्री नीचे नॉटिकल ट्वाइलाइट और 18 डिग्री नीचे एस्ट्रोनॉमिकल ट्वाइलट कहलाता है।
क्यों होता है ऐसा
पृथ्वी सूरज के चारों ओर चक्कर लगाती है। यह अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है। इसके मध्य से गुजरने वाली काल्पनिक रेखा भूमध्यरेखा कहलाती है। उत्तरी हिस्से को उत्तरी गोलार्ध और दक्षिणी हिस्से को दक्षिणी गोलार्ध कहते हैं। भूमध्य रेखा से उत्तर में उत्तरी गोलार्ध में 23.5 डिग्री अक्षांश पर पृथ्वी के चारों ओर खींची काल्पनिक रेखा कर्क रेखा कहलाती है और दक्षिणी गोलार्ध में 23.5 डिग्री अक्षांश पर पृथ्वी के चारों ओर खींची काल्पनिक रेखा मकर रेखा कहलाती है। 21 जून को सूरज कर्क रेखा पर लम्बवत चमकता है। कर्क रेखा भारत के मध्य से होकर गुजरती है। सर्दी के मौसम में सूरज 22 दिसम्बर को मकर रेखा पर लम्बवत चमकता है, तब दक्षिणी गोलार्ध में सबसे बड़ा और उत्तरी गोलार्ध में सबसे बड़ी रात होती है। गौरतलब है कि भूमध्यरेखा यानी पृथ्वी के एकदम मध्य सदैव 12 घंटे का दिन और 12 घंटे की रात होती है।