कोर्ट ने CBI द्वारा पेश की गई रिपोर्ट को माना संदेहास्पद
ज्ञात हो कि साल 2017 में कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई, जिसके बाद राजस्थान सहित कई प्रदेशों में राजपूत समाज ने पुलिस के खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शन किया। मामले की जांच CBI को सौंपने के बाद स्थिति पर काबू पाया गया। CBI ने जांच के बाद जोधपुर की एसीजेएम सीबीआई केस कोर्ट क्लोजर रिपोर्ट पेश की, जिसे संदेहास्पद मानते हुए कोर्ट ने खारिज कर दिया।गैंगस्टर आनंदपाल को कितनी गोलियां लगी?
गैंगस्टर आनंदपाल को 11 गोलियां लगने के निशान डॉक्टरों को मिले। दरअसल, 24 जून 2017 को चूरू के मालासर गांव में एसओजी ने गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के होने की सूचना के बाद करीब 200 पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचकर इलाके की घेराबंदी कर लिया, और आनंदपाल को सरेंडर होने के कहा। कुछ समय बीतने के बाद जब आनंदपाल की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई तो आनंदपाल के करीबी को पुलिस ने आनंदपाल के करीब भेजा, जिसके बाद आनंदपाल सरेंडर को तैयार हुआ। यह भी पढ़ें