टेलीफोन ऑफिस के पास बनाया शिव मंदिर और नाम कहलाया दूरसंचारेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन शिवालय तक चांदपोल के बाहर तापडिय़ा बेरा के पास होते हुए पहुंचा जा सकता है। मंदिर तक पहुंचने का दूसरा रास्ता कायलाना चौराहा कबीर नगर तथा प्रतापनगर से भी है। प्राचीन मंदिर के बारे में कहा जाता है कि महाराजा विजयसिंह के शासनकाल में जोधपुर ब्याही गई उदयपुर की राजकुमारी को इकलिंग महादेव का इष्ट था। विवाह से पूर्व राजकुमारी प्रतिदिन उदयपुर से 13 मील दूर इकलिंग महादेव के दर्शन के बाद ही भोजन करती थी।
जोधपुर बसने से 340 साल पूर्व बना था वैद्यनाथ महादेव मंदिर, राजा के बेटे को यूं ठीक कर दिखाया था चमत्कार जोधपुर विवाह के बाद इकलिंग महादेव ने उन्हें स्वप्न में आकर दृष्टांत दिया कि वे जोधपुर नगर के पश्चिम छोर पर स्थित पहाड़ी पर बने जंगल में प्रकट हो गए है। तब महारानी ने सुबह उठते ही इस बात का पता लगवाया। मंदिर का पता चलने पर वे मौके पर पहुंची और दर्शन छोटा सा मंदिर बनवाया जिसे इकलिंग महादेव के नाम से जाना जाता है।