पुलिस आयुक्तालय की अपराध शाखा एवं जिला उत्तर के विशेष दल ने विद्याधर नगर में नयाखेड़ा स्थित आरआर ड्रीम्स बिल्डिंग के जयपुर बॉयज पीजी हॉस्टल में दबिश दी थी। यहां परीक्षा के प्रश्नपत्र के एक सेट का प्रिंटआउट मिला था। पुलिस ने उक्त पेपर को नजदीक बियानी गर्ल्स कॉलेज में 11 बजे शुरू हुई परीक्षा में पेपर से मिलाया गया तो वह हूबहू मिला। मामले में दो महिला अभ्यर्थी, हॉस्टल के केयरटेकर सहित छह जनों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि मौके से प्रिंटर, लेपटॉप, मोबाइल व नकदी जब्त की। अंबाबाड़ी स्थित कोचिंग सेंटर मदर्स एजुकेशन हैब के डाइरेक्टर संदीप नेहरा की भूमिका भी संदिग्ध है। तीन-चार मुख्य आरोपी फरार हैं। परीक्षा में 55 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे । राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष के अनुसार, पुलिस कि ओर से रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद ही परीक्षा के संबंध में रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
वाट्सऐप ग्रुप बनाकर भेजा पर्चा
मुख्य आरोपी ने वाट्सऐप पर जय श्रीकृष्ण नाम से ग्रुप बनाया और उसमें पांच जनों को जोड़ा। सुबह नौ बजे उसमें पेपर भेजा। आरोपियों ने प्रिंटआउट लेकर महिला अभ्यर्थियों को दिया। कुछ देर बाद ग्रुप में उत्तर कुंजी भी भेजी गई। पुलिस ने यह सब मौके पर उपस्थित प्रदीप के मोबाइल पर देखा। सीकर के करीब 50 अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उत्तरकुंजी देने की बात सामने आई है।
मुख्य आरोपी ने वाट्सऐप पर जय श्रीकृष्ण नाम से ग्रुप बनाया और उसमें पांच जनों को जोड़ा। सुबह नौ बजे उसमें पेपर भेजा। आरोपियों ने प्रिंटआउट लेकर महिला अभ्यर्थियों को दिया। कुछ देर बाद ग्रुप में उत्तर कुंजी भी भेजी गई। पुलिस ने यह सब मौके पर उपस्थित प्रदीप के मोबाइल पर देखा। सीकर के करीब 50 अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उत्तरकुंजी देने की बात सामने आई है।
कोचिंग सेंटर पर शक
आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि अभ्यर्थियों से पांच -पांच लाख रूपए में सौदा तय हुआ था। मुख्य सरगना द्वारा अपने परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी दिलाने, पेपर से मोती कमाई करने के लिए मदर्स एजुकेशन हैब की मिलीभगत से यह किया गया।
आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि अभ्यर्थियों से पांच -पांच लाख रूपए में सौदा तय हुआ था। मुख्य सरगना द्वारा अपने परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी दिलाने, पेपर से मोती कमाई करने के लिए मदर्स एजुकेशन हैब की मिलीभगत से यह किया गया।