एक्सपर्ट के अनुसार यह रहे कम मतदान के कारण
-प्रशासन कई जगह मतदान पर्ची नहीं बंटवा सका। -शादी, गर्मी व लावणी का सीजन। -बूथों पर राजनीतिक दलों का कमजोर प्रबंधन। -प्रशासन ने जो अपील मतदान के दिन की, वह दो दिन पहले करनी थी। -पानी को लेकर कई गांवों में बहिष्कार । -प्रवासियों की रूची कम रही। -युवा मतदाता कम आए।
भाजपा का तर्क:
भाजपा के जिला प्रवक्ता कमलकांत शर्मा ने कहा कि जब सरकार का विरोध होता है तो मतदान का प्रतिशत बढ़ता है, इस बार राजस्थान सरकार व केन्द्र का विरोध नहीं इस कारण मतदान प्रतिशत कम रहा है।कांग्रेस का तर्क:
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता यशवर्धन सिंह शेखावत ने कहा कि पुराने ट्रेंड से पता चलता है कि जब भी मतदान का प्रतिशत कम हुआ है, कांग्रेस को जीत मिली है। गांवों में मतदान का प्रतिशत ज्यादा होना कांग्रेस के पक्ष में है।यूं समझे पिछले चुनावों का ट्रेंड
1998 67.08 कांग्रेस जीती 1999 57.00 ( घटा)कांग्रेस जीती 2004 56.75: (घटा ) कांग्रेस जीती 2009 42.03: (घटा ) कांग्रेस जीती 2014 59.42: ( बढ़ा) भाजपा जीती 2019 62.11: (बढ़ा ) भाजपा जीती 2024 52.29 (घटा ) चार जून को पता चलेगा