दरअसल, हनुमानगढ़ जा रही बस में झुंझुनूं से बैठी एक महिला यात्री को भादरा में उतरना था। उसने अपना बैग बस की डिक्की में रख दिया। बस जैसे ही अगले स्टेशन मलसीसर में हीरा सर्किल पर रुकी, वहां उतरे एक जने ने अपने सामान के साथ महिला यात्री का बैग भी डिक्की में से उतारकर बाहर रख दिया। उसने बैग को वापस नहीं रखा और खुद का सामान लेकर वहां से चला गया।
इस दौरान बस वहां से रवाना हो गई। भादरा में महिला यात्री को डिक्की में बैग नहीं मिला तो उसके होश उड़ गए। उधर मलसीसर में वह बैग दुकानदार रामेश्वर को मिल गया। उसने एक रोडवेज बस ड्राइवर नरेन्द्र को इसकी सूचना दी।
नरेन्द्र ने संबंधित परिचालक को बताया। सूचना पर बैग मालिक वहां पहुंच गया और रामेश्वर ने बैग को लौटा दिया। रामेश्वर इससे पहले भी दस लाख रुपए लौटाकर इमानदारी कर परिचय दे चुका है।