त्यौन्दा ग्राम पंचायत के रामपुरा गांव में बस स्टैंड के पास रहने वाले लोहार रामसिंह की 10 वर्षीय बेटी प्रियंका कैंसर की बीमारी से जूझ रही है। उसके रीढ की हड्डी पर कैंसर की गांठ है। इस कारण उसके दोनों पैरों में सूजन आ गई। वह चलने-फिरने में भी असमर्थ है।
प्रियंका की मां सुशीला ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर स्थानीय अस्पताल में इलाज करवाया। इलाज के लिए वह एक बार जयपुर भी गए लेकिन वहां चिकित्सकों का कहना था कि इसका ऑपरेशन मुंबई के कैंसर हॉस्पिटल या किसी अन्य बड़े कैंसर हॉस्पिटल में ही संभव है। बच्ची के पिता मजदूरी कर घर चलाते हैं। उनके दो लड़के व तीन लड़कियां हैं, इनमें प्रियंका चौथे नम्बर की है। ऐसे में वह बड़े अस्पताल में बेटी का इलाज कराने में असमर्थ हैं।
ग्रामीणों ने की मदद की अपील
बच्ची को देखने के लिए शनिवार को देवनारायण राजकीय आवासीय बालिका विद्यालय मेहाडा की प्रधानाचार्या विद्या रोहिताश्व व ग्रामीण नरेंद्र शर्मा, प्रदीप शर्मा ,लालचंद शर्मा, भरत शर्मा आदि मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने प्रधानाचार्या विद्या रोहिताश्व से चिकित्सा विभाग व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को पत्र लिखकर प्रियंका की सहायता करने के लिए निवेदन किया। वहीं प्रधानाचार्या विद्या रोहिताश्व ने संबंधित विभागों को पत्र लिखने का निर्णय किया है। साथ ही उन्होंने गांव के लोगों से मासूम के इलाज के लिए परिवार की सहायता करने की भी अपील की है।