दरअसल रोडवेज बस झुंझुनूं से दिल्ली की तरफ जा रही थी। बस के पुलिया के बीच में फंस जाने के चलते सड़क पर जाम लग गया। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे तक बस को हटाया नहीं जा सका था। ऐसे में बढ़ते हुए जाम तो देखते हुए पुलिस ने छोटे वाहनों को नदी के कच्चे रास्तों से निकाला, लेकिन बड़े वाहन नहीं निकल पाए। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने पुलिया में फंसी बस को बाहर निकाला। इसके बाद रास्ता खुल सका।
गौरतलब है कि पिछले महीने झुंझुनूं शहर में सवारियों से भरी रोडवेज बस बेकाबू होकर डिवाइडर से टकरा गई थी। इस हादसे में किसी भी यात्री को चोटे नहीं आईं। हादसा कलेक्ट्रेट सर्किल के पास हुआ था। दरअसल रोडवेज बस झुंझुनूं से चूरू जा रही थी। इस दौरान बस कलेक्ट्रेट के सर्किल के पास पहुंची तो अचानक ड्राइवर साइड का फाटक खुल गया। ड्राइवर ने फाटक बंद करने की कोशिश की तो स्टेयरिंग से हाथ छूट गया और बस बेकाबू होकर डिवाइडर से टकरा गई।
बता दें कि बस में 40 से ज्यादा यात्री सवार थे। अनियंत्रित होने के बाद बस का अगला हिस्सा बगड़ थाना इलाके के खुड़ाना गांव के पास काटली नदी पर बनी पुलिया पर झूल गया। ऐसे में यात्रियों की सांसें अटकी रहीं। कुछ यात्रियों ने बस की खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई। हालांकि किसी भी यात्री को चोट नहीं आई। केवल बस क्षतिग्रस्त हुई है। मामले की जानकारी मिलने के बाद रोडवेज के अधिकारी भी मौके पर पहुंची। सभी यात्रियों को दूसरी बस के जरिए रवाना किया गया। यात्रियों ने बताया कि अगर बस मात्र 2 फीट और आगे होती तो करीब 10 फीट गहरी खाई में गिर जाती। ऐसे में बड़ा हादसा होने की संभावना बनी रहती।