वीडियो देखा है, सही जानकारी उनसे मिलेगी
इस बारे में खनिज अभियंता छगन लाल सेन ने बताया कि वीडियो मैंने भी देखा है, लेकिन यह मामला हमारे विभाग के अधीन नहीं है। भारतीय भू-सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी ही इसकी सही जानकारी दे सकते हैं। वहीं वीडियो देखने के बाद भूजल वैज्ञानिक अतुल धवन भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वीडियो में मैने बुलबुले उठते देखे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे गैस बाहर निकल रही है और मिट्टी हल्की सी अंदर जा रही है, लेकिन सही जानकारी तो जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारी ही दे सकते हैं।
इस बारे में खनिज अभियंता छगन लाल सेन ने बताया कि वीडियो मैंने भी देखा है, लेकिन यह मामला हमारे विभाग के अधीन नहीं है। भारतीय भू-सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी ही इसकी सही जानकारी दे सकते हैं। वहीं वीडियो देखने के बाद भूजल वैज्ञानिक अतुल धवन भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वीडियो में मैने बुलबुले उठते देखे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे गैस बाहर निकल रही है और मिट्टी हल्की सी अंदर जा रही है, लेकिन सही जानकारी तो जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारी ही दे सकते हैं।
अब यहां भी उठ रहे
मंडावा मोड़ पर सात मई से बुलबुले उठ रहे हैं। वहीं नौ मई को डाइट से आगे कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल के सामने ढलान में सड़क के किराने भी बुलबुले उठने लगे हैं। दोनों जगह में करीब किलोमीटर का अंतर है। दोनों ही एक ही मार्ग पर है।
मंडावा मोड़ पर सात मई से बुलबुले उठ रहे हैं। वहीं नौ मई को डाइट से आगे कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल के सामने ढलान में सड़क के किराने भी बुलबुले उठने लगे हैं। दोनों जगह में करीब किलोमीटर का अंतर है। दोनों ही एक ही मार्ग पर है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
इस घटना का भूगर्भ से कोई संबंध नहीं है। यह पूर्णतया धरातल के अंदर सीवरेज या अन्य पाइप लाइन से निकलने वाली गैस के कारण हो सकता है। जो यहां की खुदाई करने पर ही पता लग सकेगा।
-विकास मील, असिस्टेंट प्रोफेसर, राजकीय मोरारका कॉलेज झुंझुनूं
इस घटना का भूगर्भ से कोई संबंध नहीं है। यह पूर्णतया धरातल के अंदर सीवरेज या अन्य पाइप लाइन से निकलने वाली गैस के कारण हो सकता है। जो यहां की खुदाई करने पर ही पता लग सकेगा।
-विकास मील, असिस्टेंट प्रोफेसर, राजकीय मोरारका कॉलेज झुंझुनूं
बीकानेर में मिट्टी धंसने का यह माना कारण
बीकानेर के सहजरासर गांव में पंद्रह अप्रेल की रात को धंसी मिट्टी का कारण सामने आ गया है। झालाना डूंगरी (जयपुर) से भारतीय भू-सर्वेक्षण विभाग की तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची थी। टीम ने जल के अत्यधिक दोहन को इसका कारण माना है। जांच रिपोर्ट में बताया है कि बरसात की कमी से भूजल रिचार्ज नहीं हुआ। इससे जमीन खोखली हो गई और मिट्टी नीचे चली गई। जीसीआई ने मौसम विभाग, भूजल विभाग, सैटेलाइट समेत कई तरह के साक्ष्य जुटाए हैं। जीसीआई ने इसे भौगोलिक घटना माना है।
बीकानेर के सहजरासर गांव में पंद्रह अप्रेल की रात को धंसी मिट्टी का कारण सामने आ गया है। झालाना डूंगरी (जयपुर) से भारतीय भू-सर्वेक्षण विभाग की तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची थी। टीम ने जल के अत्यधिक दोहन को इसका कारण माना है। जांच रिपोर्ट में बताया है कि बरसात की कमी से भूजल रिचार्ज नहीं हुआ। इससे जमीन खोखली हो गई और मिट्टी नीचे चली गई। जीसीआई ने मौसम विभाग, भूजल विभाग, सैटेलाइट समेत कई तरह के साक्ष्य जुटाए हैं। जीसीआई ने इसे भौगोलिक घटना माना है।