सीएमएचओ डॉ भंवर लाल सर्वा ने बताया कि जिले में हवा के स्तर लगातार खराब हो रहा है। हवा का स्तर प्राकृतिक एवं मानव निर्मित दोनों स्त्रोतों से प्रभावित होता है। औद्योगिक गतिविधियां, हवा के बहाव में कमी, दीपावली में अत्यधिक आतिशबाजी, वाहनों की बढ़ती संख्या, जंगल की आग, धूलभरी आंधी आदि के कारण एयर क्वालिटी इन्डेक्स लगातार बढऩे से आमजन के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसके चलते आमजन को सिरदर्द, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, छाती में तकलीफ, त्वचा में इरिटेशन आदि प्रभाव दिखाई दे रहे हैं।
कलक्टर बोले ईंट भट्टों पर कार्रवाई करें
बैठक में जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने तहसीलदारों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में प्रदूषण रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि अपने-अपने इलाके में चल रहे अवैध ईंट भट्टों व अन्य प्रदूषण फैलाने वाली इकाईयों को चिन्हित कर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें। कलक्टर मीणा ने इस दौरान राजस्व विभाग के विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा कर समीक्षा की।ऐसे रखें बचाव
-प्रदूषण से बचने के लिए आमजन को घर पर ही रहें।-सांस फूलने, चक्कर आने तथा आंखों में जलन आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर डॉक्टर को दिखाएं।
-घर पर गैस चूल्हे का उपयोग करें।
-हैवी ट्रैफिक व भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जहां भवन निर्माण चल रहा हो, वहां जाने से बचें।
-सुबह जल्दी और देर शाम के समय घर के खिड़की व दरवाजे बन्द रखें।
-हवा का स्तर अधिक खराब होने पर मार्निंग वॉक एवं इवनिंग वॉक बन्द कर दें।