बुंदेलखंड में अच्छी बारिश के लिए एक से बढ़कर एक टोटका अपनाया जाता है। कई इलाके के लोग सदियों से इस परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं।
•Jun 15, 2023 / 08:46 am•
Ramnaresh Yadav
बुंदेलखंड में अच्छी बारिश के लिए एक से बढ़कर एक टोटका अपनाया जाता है। कई इलाके के लोग सदियों से इस परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं।
झांसी में अच्छी बारिश के लिए महिलाएं आषाढ़ के महीने में जंगल के किसी मंदिर के पास में जाकर गाकड (बाटी) बनाती हैं। फिर घी लगाकर गुड़ के साथ खाती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने पर उस दिन पानी जरूर बरसता है।
अच्छी बारिश के लिए मेंढक-मेंढकी की शादी कराना पुरानी परंपराओं में से एक है। यह शादी पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ होती है।
रात में महिलाएं खेत में जाती हैं। और नग्न होकर हल चलाती है। मान्यता है कि ऐसा करने पर अच्छा मानसून आता है।
बुंदेलखंड में पड़ने वाले दमोह जिले के बनिया गांव में अजीबोगरीब मामला देखने में आया था। यहां छोटी-छोटी बच्चियों को गांव में नंगा घुमा दिया था। इस टोटके को अच्छे मानसून के लिए किया गया था।
मानसून न आने पर ‘बेड’ नाम का टोटका किया जाता है। इसमें ग्रामीण महिलाएं गाजे-बाजे के साथ खेत में जाती हैं। और किसान को बंधक बनाकर दूल्हे की तरह सजाती हैं। फिर उसकी विदाई भी करती हैं।
बुंदेलखंड में टिटहरी के अंडे देख कर बारिश का अनुमान लगाया जाता है। खास तौर पर ग्रामीण किसान यही टोटका अपनाते हैं।
Hindi News / Photo Gallery / Jhansi / PHOTOS : बारिश के लिए अजब-गजब टोटका, मेंढक-मेंढकी की शादी से लेकर बच्चियों को नंगा घुमाने तक की है परंपरा