प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना सुबह लगभग 7 बजे हुई जब ट्रेन झांसी से रवाना हो चुकी थी। जनरल कोच में सवार एक अवैध वेंडर चाय बेच रहा था। इसी दौरान उसका थर्मस खुल गया और गर्म चाय फर्श पर सो रहे तीन यात्रियों – गोंडा निवासी विश्वनाथ (27), पुणे निवासी मनीष (25) और गोरखपुर निवासी दीपक (32) – पर गिर गई।
गर्म चाय लगने से तीनों यात्री बुरी तरह झुलस गए। अचानक हुई इस घटना से कोच में अफरा-तफरी मच गई। इसी दौरान गेट पर बैठे दो यात्री जसवंत और ज्ञान सिंह संतुलन खो बैठे और चलती ट्रेन से नीचे गिर गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। आरोपी वेंडर को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
यात्रियों में रोष:
इस घटना से ट्रेन में सवार यात्रियों में काफी रोष है। यात्रियों का कहना है कि रेलवे प्रशासन को अवैध वेंडरों पर लगाम लगाना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।रेलवे प्रशासन का बयान:
रेलवे प्रशासन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे ट्रेन में यात्रा करते समय सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रेलवे पुलिस को सूचित करें। यह घटना रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।