दिल्ली, हरियाणा, पंजाब सहित सम्पूर्ण एनसीआर में प्रदूषण का पर्याय बन चुकी धान की पराली पनवाड़ क्षेत्र में किसानों की कमाई कर रही है। पनवाड़ पराली की मंडी बन गया है। यह पराली बकानी, रटलाई, रायपुर, भवानीमंडी, भालता व मध्यप्रदेश के सैकड़ों गांवों में पशुपालक चारे के लिए ले जा रहे हैं। इस काम में सैकड़ों मजदूरों, व्यापारियों व वाहन मालिकों को भी रोजगार मिल रहा है।
रोजाना आ रहे सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्राली पनवाड़ कस्बे में धान की पराली लेने के लिए सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्राली रोजाना पहुंच रहे हैं। पशुपालक जहां खेतों में थ्रेशर से फसल तैयार कर रहे होते हैं वहां पर पराली खरीदार पहुंच कर मोल भाव करते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं। कस्बे निवासी राजू सुमन, बद्रीलाल नागर सहित कई किसानों ने बताया कि इस समय पराली की एक ट्रॉली एक हजार से पन्द्रह सौ रुपए तक भरवा रहे हैं। इसके साथ ही खेतों में जलाई जाने वाली पराली से अब आम के आम गुठलियों के दाम कहावत चरितार्थ हो रही है।
गुलमोहर चौराहे पर मेले जैसा माहौल