जानकारी के अनुसार करलगांव निवासी रामलाल भील (15) पुत्र फूलचंद भील के नाम से जॉब कार्ड जारी कर 26 मई को जॉब कार्ड का नरेगा के पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर दिया। वहीं करलगांव ग्राम पंचायत क्षेत्र में जून के प्रथम पखवाड़े में तलाई गहरीकरण के लिए जारी मस्टरोल में भी नाबालिग का नाम नरेगा श्रमिक के रूप में पंजीकृत हो गया। नरेगा के पोर्टल पर 1542 नंबर के जॉब कार्ड में नाबालिग की उम्र 21 वर्ष दर्शा रखी है। आधार कार्ड में अंकित जन्म वर्ष 2009 के हिसाब श्रमिक की उम्र करीब 15 वर्ष ही हो रही है। नरेगा में श्रमिक के पंजीयन के लिए सरकार ने 18 से 60 वर्ष तय कर रखी है।
अब डिलीट नहीं हो रहा है जॉब कार्ड
नरेगा के पोर्टल पर ऑनलाइन किया गया नाबालिग का जॉब कार्ड अब डिलीट नही हो रहा है। जॉब कार्ड पखवाड़ा पूरा होने पर 15 जून के बाद ही डिलीट हो पाएगा।इनका कहना है कि…..
ग्राम पंचायत में लगे कंप्यूटर ऑपरेटर ने बिना जानकारी दिए ही जॉब कार्ड जारी कर दिया व उसका रजिस्ट्रेशन भी ऑनलाइन कर दिया। मामला जानकारी में आते ही मौके पर जाकर मस्टरोल में नाबालिग के नाम पर क्रॉस लगा कर नाम हटा दिया है। – रामेश्वर शर्मा, ग्राम विकास अधिकारी बकानी ग्राम पंचायत द्वारा ब्लेक लिस्टेड मेटो के मामले में मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा संज्ञान लिया गया है। वहीं करलगांव में नाबालिग का जॉब कार्ड बना कर नरेगा में कार्य करने की जानकारी मिली है। ऐसी गलती करने वालो के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– महेश कुमार मीणा, विकास अधिकारी
कर्मचारियों के बदले काम कर रहे स्टेपनी
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायत समिति की अधिकतर ग्राम पंचायतों में लगे ग्राम विकास अधिकारियों व लिपिकों द्वारा अपनी सरकारी आई डी पर कार्य करने के लिए प्राइवेट कर्मचारी लगा रखे है। जिनको आई डी पासवर्ड दे रखे है। बकानी में ब्लैक लिस्टेड मेट को मस्टोल जारी करने के मामले में पंचायत समिति के विकास अधिकारी, लेखा सहायक व ग्राम विकास अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है। करलगांव का मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच करवाई जा रही है। श्रमिक की उम्र कम है या ज्यादा यह दस्तावेज देख कर ही पता लग पाएगा।
– शंभुदयाल मीणा, कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद झालवाड़ यह भी पढ़ें : दादा-दादी करते रहे पोते के जन्मदिन की तैयारी, उधर जम्मू में आतंकी हमले ने ले ली दो साल के लिवांश की जान