पुलिस हिरासत में भिवाड़ी की युवती और नागौर के युवक से पूछताछ जारी है। दोनों पर परीक्षा में डमी के रूप में बैठने का अंदेशा है। बताया जा रहा है कि डमी उम्मीदवार के रूप में बैठने के बदले छात्रों ने 15-15 लाख रुपए लिए थे। मामले में पुलिस ने पूर्व में कुछ छात्रों को पकड़ा था। उन्होने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के छात्रों के नाम भी बताए है।
पकड़े गए ज्यादातर छात्र राजस्थान के रहने वाले
सूत्रों ने बताया कि मुंबई व दिल्ली पुलिस जिन छात्रों को लेकर गई, उनमें 2019 बैच के तीन, 2020 बैच के दो, 2021 बैच का एक और 2022 बैच के चार छात्र शामिल है। इनमें एमबीबीएस सेकेंड ईयर से लेकर एमबीबीएस फाइनल व इंटर्नशिप के छात्र भी शामिल है। इनमें ज्यादातर राजस्थान के रहने वाले है।पत्रिका ने किया सबसे पहले खुलासा
कॉलेज के बच्चों को हिरासत में लिए जाने के घटनाक्रम को कॉलेज प्रशासन छिपाता रहा, लेकिन राजस्थान पत्रिका के शुक्रवार के अंक में इस बारे समाचार प्रकाशित होने के बाद सारे वाकये का खुलासा हुआ।इनका कहना है
मेडिकल कॉलेज से दस छात्रों के बारे में सूचना मांगी गई थी। कॉलेज ने अपने स्तर पर सारी सूचना उपलब्ध करवा दी। उसके बाद 8 मेडिकोज को दिल्ली पुलिस ने उनके घरों से ही पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद उन्हे छोड़ दिया गया है। इसके बाद 13 जून को एक छात्र व एक छात्रा को मुबंई पुलिस अपने साथ लेकर गई है। अभी वे पुलिस की कस्टडी में है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। इस घटना के बाद जो छात्र अनुपस्थित चल रहे हैं, उसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे रहे हैं। जो भी निर्देश होगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।-डॉ.सुभाष जैन, डीन मेडिकल कॉलेज झालावाड़