- यहां कस्बे की जलापूर्ति सिस्टम सुधारने के लिए जल स्वच्छता मिशन के तहत करीब 80 लाख की लागत से चापाखुर रोड़ पर दो ट्यूबवैल लगाए थे। साथ ही कस्बे की समस्या ग्रस्त पाइप लाइन बदली जानी थी। लेकिन विभागीय लापरवाही की हद यह है कि 15 दिन पहले संवेदक ने नलकूप से तलाई टंकी तक एक किलोमीटर पाइप लाइन तो डाल दी लेकिन ट्यूबवैल में मोटर नहीं डाली। जबकि विद्युत लाइन भी तैयार है। वहीं जलदाय विभाग चांदराड़ी जलाशय में एक सप्ताह से मोटर जली हुई है। ऐसे में जलदाय विभाग की लापरवाही से कस्बे में पेयजल के लिए त्राहि त्राहि मची है। हाल यह है कि यहां एक दिन छोड़ जलापूर्ति की जा रही है। वो भी अपर्याप्त होती है।
यहां कस्बे की जलापूर्ति सिस्टम सुधारने के लिए जल स्वच्छता मिशन के तहत करीब 80 लाख की लागत से चापाखुर रोड़ पर दो ट्यूबवैल लगाए थे। साथ ही कस्बे की समस्या ग्रस्त पाइप लाइन बदली जानी थी। लेकिन विभागीय लापरवाही की हद यह है कि 15 दिन पहले संवेदक ने नलकूप से तलाई टंकी तक एक किलोमीटर पाइप लाइन तो डाल दी लेकिन ट्यूबवैल में मोटर नहीं डाली। जबकि विद्युत लाइन भी तैयार है। वहीं जलदाय विभाग चांदराड़ी जलाशय में एक सप्ताह से मोटर जली हुई है। ऐसे में जलदाय विभाग की लापरवाही से कस्बे में पेयजल के लिए त्राहि त्राहि मची है। हाल यह है कि यहां एक दिन छोड़ जलापूर्ति की जा रही है। वो भी अपर्याप्त होती है। कस्बे के टेल क्षेत्र तालाब, इरली रोड, हरिजन बस्ती, मालियान मोहल्ला, चण्डालिया रोड़, तालाब पाल, नाथ मोहल्ला में 8 दिन से पानी नहीं पहुंच रहा है।
आठ दिन में एक बार मिल रहा पानी