जानकारी के अनुसार स्टेट हाइवे गांव कोखेड़ा और हनोती में करीब 1400 मीटर परवन बांध के डूब क्षेत्र में है। बांध का अंतिम छोर होने से यहां पानी का भराव करीब सवा तीन मीटर रहेगा। परवन बांध का डूब क्षेत्र होने से पीपीपी मोड़ से बन रहे स्टेट हाइवे का निर्माण कंपनी ने नहीं किया और अधूरा छोड़ दिया। इसके लिए विभाग ने डूब क्षेत्र में 1400 मीटर लम्बा हाइवे ऊंचा बनाने व सेप्टी वाल डिजाइन समेत खाळ पर हाईलेवल पुलिया के लिए करीब 10 करोड़ रुपए के प्रस्ताव परवन बांध सर्वेक्षण विभाग को भेजे थे लेकिन दो साल से प्रस्ताव फाइलों में ही अटका हुआ है। करीब 200 करोड़ की लागत से बने अरनिया-कनवास-देवली स्टेट हाइवे पर दो वर्ष से वाहन सरपट दौड़ रहे हैं। कनवास के पास इस पर टोल भी शुरू हो गया लेकिन हाल यह है कि वाहनों के कोखेड़ा पहुंचते ही आरामदायक सफर कष्टदायक हो जाता है। यहां सड़क पर सिर्फ गड्ढे ही नजर आते हैं। वाहनों में आए दिन नुकसान होते हैंं। सवा किलोमीटर की दूरी तय करने में आधा घंटे से भी अधिक समय लगता है। दिनभर धूल के गुब्बार उड़ने से लोग परेशान है।
दो साल से प्रस्ताव फाइलों में पीपीपी मोड के अधिकृत सूत्रों का कहना है कि डूब क्षेत्र में 10 करोड़ की लागत से 1400 मीटर लंबे ऊंचे हाइवे निर्माण के प्रस्ताव दो वर्ष से भेज रखे हैं। इसकी तकनीकी व प्रशासनिक पूर्ति भी कर दी गई है। सार्वजिनक निर्माण विभाग खाते में बजट आते ही निर्माण प्रोसेस शुरू कर दिया जाएगा।
10 करोड़ के प्रस्ताव बनाकर जयपुर मुख्य अभियंता को भेज रखे है। आचार संहिता के बाद बजट आवंटन की सम्भावना है । इस की सभी औपचारिकता पूरी कर दी गई ।