दो पक्षों के बीच ज़मीन विवाद को लेकर हुई मारपीट में मनोज व उसकी गर्भवती पत्नी काजल घायल हो गके थे। दोनों को गंभीर चोट के कारण सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। वहां पता चला कि पिटाई से काजलका गर्भपात हो गया है। हालत में सुधार न होने पर जिला अस्पताल से भी काजल को बीएचयू रेफर कर दिया गया। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण परिजन बीएचयू नहीं ले जा सके। बेहोश काजल को रविवार की शाम परिजन व ग्रामीणों ने मियां चक चौराहा पर लिटाकर बरसठी-निगोह मार्ग पर रास्ता जाम कर दिया।
आक्रोशित लोग बरसठी थाना पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगा रहे थे। आरोप है कि थाना प्रभारी नरेंद्र प्रसाद ने विपक्षी सुन्नू से मोटी रकम लेकर कोई कार्रवाई नहीं कि। शिकायत लेकर पहुंचे पीड़ित पक्ष को दुत्कार कर भाग दिया। जब तक थाना प्रभारी निलंबित और आरोपी को गिरफ्तार नहीं किये जाते सड़क खाली नहीं करेंगे। किसी ने सूचना दी तो सांसद मछलीशहर भी पहुंच गए। वे भीड़ को समझाते रहे कि पहले पीड़िता का इलाज कराओ, मैं इंस्पेक्टर को निलंबित करवाता हूं, लेकिन उनकी बात पर भीड़ इतनी उग्र हो गई कि सांसद और उनके साथ आए हुए भाजपा नेताओं को अपशब्दों से नवाजने लगी। किसी तरह सांसद प्रतिनिधि ने भीड़ से सांसद को बाहर बचाते हुए निकाला और तुरत उल्टे पाव सांसद लौट गए । लोगों का ये भी आरोपी था कि सांसद भी विपक्षी की पैरवी में आये थे।
By Javed Ahmad
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