बता दें कि अजीत सिंह हत्याकांड में धनंजय सिंह का नाम आने के बाद धनंजय सिंह पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा। पुलिस धनंजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी तलाश में जुट गई। फरार धनंजय पर पुलिस ने 25 हजार का ईनाम घोषित कर दिया। लखनऊ के कुर्सी रोड स्थित उनके आवास समेत चार ठिकानों पर पुलसि ने छापेमारी की। अपने ऊपर शिकंजा कसता देख धनंजय सिंह ने एक दिन पहले ही प्रयागराज में एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
बताते चलें कि पुलिस के रडार पर धनंजय की सम्पत्तियां भी हैं। पुलिस पूर्व सांसद की करोड़ों की सम्पत्ति भी जब्त करने की तैयारी में है। पुलिस की मानें तो धनंजय ने अपराध के बूते करोड़ों की सम्पत्तियां बनायी हैं। पुलिस ने इन सम्पत्तियों का आंकलन कर जब्त करने के लिये ईडी को लिखा है। हालांकि पिता राजदेव सिंह ने अवैध सम्पत्ति अर्जित करने के आरोप को गलत बताते हुए कहा है कि मल्हनी उपचुनाव में धनंजय ने अपनी पूरी सम्पत्ति का ब्योरा दे दिया है। उनका कहना है कि पुलिस उनके बेटे की छवि धूमिल कर रही है।
By Javed Ahmad